Indian businessmen joins grup of people around the world facing charge
Admin | 15 February, 2016 | 2396 | 3980
नई दिल्ली। चीन में अबतक का सबसे बड़ा पोंजी स्कैम सामने आया है। न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार, यह पोंजी फ्रॉड करीब 52 हजार करोड़ रुपए का है। इस मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दुनियाभर में ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे ही पांच बड़े पोंजी स्कीम स्कैम में अमेरिकी कंपनी बर्नार्ड मैडोफ इन्वेफस्टामेंट सिक्युरिटीज और भारत के पर्ल समूह का भी नाम शामिल है।
दुनिया के पांच बड़े पोंजी फ्रॉड
1 बर्नार्ड मैडोफ, अमेरिका (2008)
- अमेरिका में फाइनेंशियल कंपनी चलाने वाले बर्नार्ड मैडोफ को दिसंबर 2008 में जब अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया, तब वह दुनिया के सबसे बड़े पोंजी स्कीम स्कैम को अंजाम दे चुके थे।
- उसकी कंपनी बर्नार्ड मैडोफ इन्वेफस्टामेंट सिक्युरिटीज पर 17,400 करोड़ डॉलर के फ्रॉड का आरोप लगा।
- मैडोफ की फर्म स्टॉक मार्केट में निवेश करती थी और इन्वेस्टर्स से मोटा रिटर्न देने का वादा करती थी।
- इन्वेस्टर्स ने जब मैडोफ से 700 करोड़ डॉलर मांगे, तो वह उसे लौटाने में नाकाम रहे। मैडोफ ने 4,800 इन्वेस्टर्स के साथ फ्रॉड किया था।
- मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बर्नार्ड मैडोफ के पास उस वक्त 20 से 30 करोड़ डॉलर की ही रकम थी।
- जून 2009 में मैडोफ को 150 साल जेल की सजा सुनाई गई। मैडोफ अभी जेल में है।
2 एजुबाओ, चीन (2016)
- चीन के अधिकारियों ने ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट कराने वाली कंपनी एजुबाओ के प्रमुख डिंग निंग समेत कंपनी के 21 अधिकारियों को 760 करोड़ डॉलर के पोंजी स्कीम स्कैम में गिरफ्तार किया है। कंपनी ऑनलाइन पीयर-टू-पीयर इन्वेस्टमेंट का ऑफर देती थी।
- कंपनी पर आरोप है कि उसने करीब 9 लाख इन्वेस्टर्स के साथ 760 करोड़ डॉलर (करीब 52 हजार करोड़ रुपए) की हेराफेरी की है।
- चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, कंपनी इन्वेस्टर्स को 9 से 14.6 फीसदी तक का सालाना रिटर्न देने का वादा करती थी।
- एजुबाओ पर आरोप है कि उसके प्रोमोटरों ने इन्वेस्टर्स का पैसा किसी लाभ वाली जगह लगाने की बजाय अपनी महंगी लाइफ स्टाइल पर खर्च किए।
3 एलेन स्टैनफोर्ड, अमेरिका (2009)
- अमेरिका में फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनी स्टैनफोर्ड फाइनेंशियल ग्रुप के हेड एलेन स्टैनफोड को 720 करोड़ डॉलर के पोंजी स्कीम स्कैम में 2009 में गिरफ्तार किया गया।
- रकम के हिसाब से यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पोंजी स्कीम स्कैम है। जबकि, इन्वेस्टर्स की संख्या के हिसाब से यह बर्नार्ड मैडोफ के पोंजी स्कीम स्कैम से भी बड़ा था। एलेन स्टैनफोर्ड ने करीब 21,000 निवेशकों के पैसे डुबोए।
- स्टैनफोर्ड को फरवरी 2009 में गिरफ्तार किया गया और मार्च 2012 में इसे 110 साल जेल की सजा सुनाई गई।
- करीब 139 देशों के 30 हजार से ज्यादा इन्वेस्टर स्टैनफोर्ड फाइनेंशियल के क्लाइंट थे।
4 जेम्स डेविस, अमेरिका (2009)
- स्टैनफोर्ड फाइनेंशियल ग्रुप के पूर्व फाइनेंशियल ऑफिसर रहे जेम्स डेविस ने करीब 700 करेाड़ रुपए के पोंजी स्कैम को अंजाम दिया।
- जनवरी 2013 में डेविस को 5 साल की सजा सुनाई गई। डेविस ने अदालत के सामने माना था कि उसे एलेन स्टैंनफोर्ड के पोंजी स्कैम की भी जानकारी थी।
- यह स्कैम कंपनी स्टैनफोर्ड फाइनेंशियल ग्रुप में एलेन स्टैनफोर्ड की ओर से किए गए 720 करोड़ डॉलर के फ्रॉड से अलग था।
- इस स्कैम में स्टैनफोर्ड फाइनेंशियल ग्रुप की उन कंपनियों ने इन्वेस्टर्स के साथ धांधली की थी, जिनका एडमिनिस्ट्रेशन जेम्स डेविस के पास था। कंपनी ने यहां भी इन्वेस्टर्स के पैसे नहीं लौटाए।
क्या होती है पोंजी स्कीम
- पोंजी स्कीम के तहत कंपनियां निवेशकों को ज्यादा रिटर्न देने का लालच देती हैं।
- इन्वेस्टर्स से धोखाधाड़ी करने वाले चार्ल्स पोंजी के नाम पर इसका नाम पड़ा।
- चार्ल्स पोंजी ने इस धोखाधड़ी को 1920 में अंजाम दिया।
- US क्यूलरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के मुताबिक, कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न देने की वादा करने वाली स्कीम्स को पोंजी स्कीम कहा जाता है।
5 निर्मल सिंह भंगू, भारत ( 2014)
- पर्ल समूह के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू पर 680 करोड़ डॉलर का पोंजी स्कैम करने का आरोप है। यह भारत का सबसे बड़ा पोंजी फ्रॉड स्कैम है।
- कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी का दावा है कि भंगू ने करीब 5.5 करोड़ इन्वेस्टर्स का पैसा नहीं लौटाया है। इस मामले में सीबीआई ने भंगू को जनवरी में गिरफ्तार किया।
- आरोप है कि पर्ल ग्रुप ने लोगों को जमीन देने का वादा कर पैसे जुटाए, लेकिन बाद में इन्वेस्टर्स के पैसे नहीं लौटाए।
सेबी की ओर से निर्देश देने के बाद भी इन्वेस्टर्स को पैसा नहीं लौटाने पर भंगू को गिरफ्तार किया गया। भंगू फिलहाल इस मामले में जेल में हैं।
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