One More Chit Fund Company In Lock
Admin | 26 October, 2015 | 852 | 3980
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धमतरी - चिटफंड और इनवेस्टमेंट कंपनियों पर न तो शासन नकेल कस पा रहा है न अधिकारी। जिला मुख्यालय समेत विभिन्न इलाकों में दफ्तर खोलकर लोगों की रकम दोगुना, तिगुना करने का झांसा देकर मैच्योरिटी से पहले ही लोगों की रकम लेकर लापता हो जा रहे हैं। नया बस स्टैंड के पास स्थित कुशल कांप्लेक्स में चार-पांच साल पहले खुली साईं प्रसाद कंपनी में भी ताला लग गया। हालांकि अभी कितने निवेशकों की कितनी रकम डूबी इसका पता नहीं लग सका हैष पुलिस जांच में जुटी है।
जब कंपनी खुली थी उस वक्त पुलिस अधीक्षक शेख आरिफ हुसैन थे। उनके निर्देश के बाद पुलिस हरकत में आई थी। कई जगह छापेमारी की गई थी। कुछ कंपनियों के दफ्तर बंद हुए थे। बाकी फल-फूल रहे थे। उसके बाद भी उपभोक्ताओं की रकम डूबने की शिकायतें होती रही पर जिला प्रशासन या पुलिस ने सख्ती नहीं बरती। करीब दो माह पहले सिटी पुलिस ने सांई प्रसाद कंपनी से उपभोक्ताओं की संख्या, निवेश की राशि, मैच्योरिटी रकम और भुगतान की स्थिति जानने के लिए दबिश दी थी। उस समय कंपनी के मैनेजर के रुप में कार्य कर रहे सुकालूराम ध्रुव ने जानकारी देने में असमर्थता बताई थी। साथ ही जानकारी के संबंध में अपर ब्रांच को सूचित करने का विश्वास दिलाया था। जांच के लिए पहुंची सिटी पुलिस ने शीघ्र जानकारी उपलब्ध कराने की चेतावनी दी थी लेकिन अब कंपनी के दफ्तर में ताला लगा गया है। निवेशकों की रकम इस कंपनी में भी डूब गई।
कंपनी में अकाउंटेंट, कैशियर, कम्प्यूटर आपरेटर, फील्ड आफिसर, एजेंट और दूसरे कामगार ने अपनी रोटियां सेंक चलते बने। बताया जाता है कि मैनेजर सुकालूराम ध्रुव दल्लीराजहरा में कार्यरत था। वहां आफिस में ताला लगने के बाद धमतरी पहुंचा था।
मामला न्यायालय में
सांई प्रसाद कंपनी के कुशल कॉम्प्लेक्स स्थित दफ्तर में ताला लगा हुआ है। वहां के मैनेजर और कर्मचारी कब लापता हुए, इसकी जानकारी नहीं है। मामले की जांच के बाद प्रकरण न्यायालय में पेश किया गया है। राजकुमार सोरी, कोतवाली थाना प्रभारी
धमतरी। कुशल कॉम्प्लेक्स स्थित सांई प्रसाद के दफ्तर में जड़ा ताला।
जब कंपनी खुली थी उस वक्त पुलिस अधीक्षक शेख आरिफ हुसैन थे। उनके निर्देश के बाद पुलिस हरकत में आई थी। कई जगह छापेमारी की गई थी। कुछ कंपनियों के दफ्तर बंद हुए थे। बाकी फल-फूल रहे थे। उसके बाद भी उपभोक्ताओं की रकम डूबने की शिकायतें होती रही पर जिला प्रशासन या पुलिस ने सख्ती नहीं बरती। करीब दो माह पहले सिटी पुलिस ने सांई प्रसाद कंपनी से उपभोक्ताओं की संख्या, निवेश की राशि, मैच्योरिटी रकम और भुगतान की स्थिति जानने के लिए दबिश दी थी। उस समय कंपनी के मैनेजर के रुप में कार्य कर रहे सुकालूराम ध्रुव ने जानकारी देने में असमर्थता बताई थी। साथ ही जानकारी के संबंध में अपर ब्रांच को सूचित करने का विश्वास दिलाया था। जांच के लिए पहुंची सिटी पुलिस ने शीघ्र जानकारी उपलब्ध कराने की चेतावनी दी थी लेकिन अब कंपनी के दफ्तर में ताला लगा गया है। निवेशकों की रकम इस कंपनी में भी डूब गई।
कंपनी में अकाउंटेंट, कैशियर, कम्प्यूटर आपरेटर, फील्ड आफिसर, एजेंट और दूसरे कामगार ने अपनी रोटियां सेंक चलते बने। बताया जाता है कि मैनेजर सुकालूराम ध्रुव दल्लीराजहरा में कार्यरत था। वहां आफिस में ताला लगने के बाद धमतरी पहुंचा था।
मामला न्यायालय में
सांई प्रसाद कंपनी के कुशल कॉम्प्लेक्स स्थित दफ्तर में ताला लगा हुआ है। वहां के मैनेजर और कर्मचारी कब लापता हुए, इसकी जानकारी नहीं है। मामले की जांच के बाद प्रकरण न्यायालय में पेश किया गया है। राजकुमार सोरी, कोतवाली थाना प्रभारी
धमतरी। कुशल कॉम्प्लेक्स स्थित सांई प्रसाद के दफ्तर में जड़ा ताला।