ग्वालियर। चार साल पहले ग्वालियर-चंबल अंचल से कारोबार समेटने वाली चिटफंड कंपनियां फिर से सक्रिय होती दिखाई दे रही हैं। इन कंपनियों के द्वारा फिर से धन बटोरने को लेकर केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने एलर्ट जारी करके प्रशासन से जांच करने के लिए कहा है। वहीं इस एलर्ट के बाद प्रशासन की मुश्किल दूसरी है, क्योंकि अफसर अंचल में ऐसी चिटफंड कंपनियों के ठिकाने भी नहीं तलाश पाए हैं। उधर अभी तक कई लोगों को ऐसी कंपनियों में निवेश किया हुआ धन भी वापस नहीं मिला है।
गैर बैंकिंग कंपनियों (चिटफंड) ने अंचल में एक बार फिर नाम बदलकर या ठिकाना बदलकर फटाफट पैसा डबल करने (पोंजी) की स्कीम चालू कर दी हैं। जबकि चार साल पहले सेबी के कहने पर जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाय था, वे फिर से एक बार फिर सक्रिय हो गई हैं। दो महीने पहले इसी मुद्दे पर सांसद किरीट सौमय्या ने भी सवाल खड़े किए थे। तब प्रदेश सरकार ने ग्वालियर में संचालित गैर बैंकिंग कंपनियों के बारे में पूछताछ की थी। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्रालय का आर्थिक कार्य विभाग हरकत में आया और इसके ज्वाइंट सेक्रेटरी ने प्रदेश के मुख्य सचिव से ऐसी कंपनियों पर सख्ती करने को कहा।
ये हैं अफसरों की ढीलपोल के नमूने
चार साल में पुलिस व प्रशासन मप्र लोक विकास फायनेंस लिमिटेड थाटीपुर कंपनी की चल-अचल संपत्ति ही पता नहीं कर सके हैं। निवेशक परेशान हैं। इसी तरह से चार कंपनियों की संपत्ति कुर्क होना है। इस आदेश को कन्फर्म करने के लिए अफसर गंभीर नहीं हैं। कुछ कंपनियों की जब्त संपत्ति पुलिस व प्रशासन के सिस्टम में फंसी है। इनका निपटारा हो जाना चाहिए था पर चार साल गुजर गए।
चक्कर लगा रहे हैं निवेशक
सन इंडिया के दो हजार दो सौ, परिवार डेयरी के 19 हजार जबकि सक्षम डेयरी के पांच से ज्यादा निवेशक पैसा वापसी के लिए आवेदन दे चुके हैं। इनमें से अधिकतर कलेक्टर दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं। कुछ को कोर्ट के निर्देश पर राशि बांट भी दी गई है पर इनका प्रतिशत बहुत कम है।
सूची में सेबी द्वारा प्रतिबंधित कंपनियां
मप्र लोक विकास फायनेंस लिमिटेड (MP Public Development Finance Limited)
समृद्ध जीवन फूड इंडिया लिमिटेड (Samruddha Jeevan Foods India Limited)
सक्षम डेयरी इंडिया लिमिटेड (Saksham Dairy India Limited)
रॉयल सन मार्केटिंग एंड इंश्योरेंस सर्विस (Royal Sun Marketing & Insurance Service)
स्कायलार्क लैंड डवलपर्स एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड (Skaylark Land Developers & Infrastructure India Ltd.)
केएमजे लैंड डवलपर्स इंडिया लिमिटेड (KMJ Land Developers India Ltd.)
केबीसीएल प्राइवेट लिमिटेड (KBCL Private Ltd.)
जीएन लैंड डवलपर्स, जीएन डेयरी लिमिटेड (GN Land Developers, GN Dairy Ltd.)
किम फ्यूचर विजन,किम इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स लिमिटेड (Kim Future Vision, Kim Infrastructure And Developers Ltd.)
पीएसीएल इंडिया लिमिटेड (PACL India Limited)
आरबीएन रियल एस्टेट एंड एलाइड इंडिया लिमिटेड (RBN Real Estate and Allied India Ltd.)
सांई प्रसाद फूड इंडिया व सांई प्रसाद प्रॉपर्टीज इंडिया लिमिटेड (Sai Prasad Foods India and SAI Prasad Properties India Ltd)
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