रायपुर - चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को गिरफ्तार करने पंजाब गए गोलबाजार थाने में पदस्थ पीएसआई संदीप कुमार बंजारे को डायरेक्टर से पैसे की मांग करना भारी पड़ गया। मामले की लिखित शिकायत के बाद आईजी जीपी सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए पीएसआई को शुक्रवार को निलंबित कर दिया। इसका आदेश जारी कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोलबाजार थाने में बांसटाल में संचालित ग्रीन लैंड प्रोजेक्ट एंड डेवलपर्स कंपनी के खिलाफ 7 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। निवेशकों की शिकायत पर पुलिस ने जांच उपरांत कंपनी के एजेंट कृष्णा चंद्राकर को पाटन से तीन महीने पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कंपनी का मुख्यालय पंजाब में है, लिहाजा कंपनी के डायरेक्टर समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गोलबाजार थाने में पदस्थ प्रशिक्षु एसआई संदीप कुमार बंजारे के नेतृत्व में पुलिस की चार सदस्यीय टीम पिछले दिनों पंजाब भेजी गई थी। वहां आरोपियों के खर्चे पर टीम कुछ दिनों तक रुकी थी और फिर खाली हाथ रायपुर लौट आई। इस बीच आईजी जीपी सिंह को शिकायत पत्र मिला कि पीएसआई बंजारे ने ग्रीन लैंड प्रोजेक्ट एंड डेवलपर्स कंपनी के डायरेक्टर से पैसों की मांग की थी। इस शिकायत की जांच कराई गई जो सही पाई गई। शुक्रवार को आईजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीएसआई बंजारे को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।
कोतवाली सीएसपी को जांच का जिम्मा
आईजी ने पीएसआई बंजारे को सस्पेंड करने के साथ ही पूरे मामले की जांच का जिम्मा सीएसपी कोतवाली अंशुमान सिंह सिसोदिया को दिया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अन्य दोषी पुलिस कर्मियों पर निलंबन की गाज गिर सकती है।
See Also: रियल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर जेल दाखिल