Chit Funds Through 1 crore swindle Company director And MD Arrested
Admin | 18 February, 2016 | 1280 | 3980
चिटफंड के जरिए दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को रुपए दोगुना करने का झांसा देकर एक करोड़ से भी अधिक रुपए की ठगी करने वाले एसपीएनजी के एमडी और डायरेक्टर को आखिरकार कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को बालोद जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर रायगढ़ लाया गया है। हालांकि अभी भी मामले से जुड़े एक दर्जन एजेंट और दो मुख्य अभियुक्त फरार है, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
वर्ष 2010 में एसपीएनजी नामक चिटफंड कंपनी ने स्थानीय कृष्णा कांप्लेक्स में बाकायदा अपनी ऑफिस खोलते हुए एजेंटों के माध्यम से अपने कारोबार के नेटवर्क को बढ़ाया था, और सिर्फ चार सालों के भीतर जिले के अधिकांश औद्योगिक जोन में बसे गांवों में एजेंटों के माध्यम से ग्रामीणों को अपने गियर में ले लिया था। बताया जाता है कि भोले भाले लोगों को चंद सालों में रुपए दोगुना करने का झांसा देकर पहले तो उनकी गाढ़ी कमाई को जमा कराया गया था फिर बाद में जब तय मियाद में राशि देने की बारी आई तो संबंधित कंपनी अपना बोरिया बिस्तर बांध फरार हो गई थी।
इस मामले में बनोरा के रहने वाले पीड़ित प्रदीप मिश्रा पिता रक्शपाल द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसी मद्देनजर शिकायत मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम ने जांच शुरू करते हुए आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी।
खास बात तो यह थी कि जिस तरह से जांच आगे बढ़ रही थी, ठीक उसी तरह ठगी का आंकड़ा भी बढ़ता ही जा रहा था। इस वजह से पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले भर से पीडितों की संख्या एकत्रित करने के साथ-साथ उनके द्वारा जमा किए गए रुपयों की गिनती करने में लगी हुई है।
ग्रामीणों को रुपए दोगुना की ठगी करने वाले आरोपी पुलिस गिरफ्त में
भूअर्जन पर लगी रहती थी निगाहें
चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर और एमडी की नजर जिले में होने वाले भू अर्जन पर लगी रहती थी, जिसमें कारखानों द्वारा जीनों की खरीददारी कर मुआवजा के रुप में रुपए देते ही ये अपने एजेंटों के जरिए संबंधित गांवों में फैल जाते थे। चूंकि जमीन की बिक्री के बाद लाखों रुपए मिलने से उसे निवेश करने छटपटाहट ग्रामीणों में देखी जाती थी।
इसी बात का फायदा ये उठाते थे।
फरार आरोपियों की तलाश
इस मामले में चेयरमेन मौसमी बनर्जी और डाली दास गुप्ता दोनों दुर्ग जेल में बंद है। जबकि ब्रांच मैनेजर सोमेश साहू पुसौर और मनोज रॉय धरमजयगढ़ के साथ टीसी साहू, जीआर साहू, झलप, दशरथ केवर्त्य और बृजलाल कश्यप जैसे मुख्य एजेंट भूमिगत हो गए है, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापामारी करने में लगी हुई है।