Bilaspur - हाईकोर्ट ने जमा राशि दो गुना करने का झांसा देकर 100 करोड़ लेकर फरार होने वाले सांई प्रसाद फूड कंपनी के महिला डायरेक्टर के जमानत आवेदन पर सुनवाई करने से इनकार करते हुए शर्त लगा दिया है। कोर्ट ने सहारा कंपनी की तरह बड़ा घोटाला होने का हवाला देते हुए पर आवेदनकर्ता से पहले यह बताने कहा है कि लोगों से कितना पैसा लिया गया और कब व कैसे वापस करेंगे। यह जानकारी देने के बाद जमानत आवेदन पर सुनवाई करने का आदेश दिया है।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिला के दल्लीराजहरा में वर्ष 2007 में बाला साहेब भास्कर ने साईं प्रसाद फूड कंपनी के नाम से कारोबार शुरू किया था। कारोबार बढ़ाने के लिए हर जिले में एजेंटों की भर्ती भी की। सात साल में डबल पैसे देने का वादा किया गया गया था। इस बीच कंपनी में अपने बेटे शशांक भास्कर व बहू वंदना भास्कर को भी संचालक बनाया दिया। तीनों प्रदेश भर में अपने धोखाधड़ी के कारोबार को फैलाने में सफल हो गए। इस बीच एजेंटों के माध्यम से 10 हजार से अधिक लोगों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर 100 करोड़ रुपए एकत्र कर लिया। लोगों को जमा राशि वापस नहीं मिलने पर इसकी सेबी से शिकायत की गई। सेबी ने 2013 में कंपनी को फर्जी बताते हुए बैन कर दिया। इसके बावजूद कंपनी का कारोबार जारी था। ठगी के शिकार होने वालों ने मामले की दल्लीराजहरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुुलिस ने कंपनी के मालिक बाबा साहेब भास्कर, शशांक भास्कर व वंदना भास्कर के खिलाफ अपराध दर्ज किया। इसके साथ आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की गई। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी बाबा साहेब भास्कर व शशांक भास्कर फरार हो गए। इसी बीच सितंबर में पुलिस को कंपनी की महिला डायरेक्टर वंदना भास्कर के पुणे में होने की सूचना मिली। सूचना पर दल्लीराजहरा पुलिस ने आरोपी महिला को 12 सितंबर 2015 को पुणे से गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय के आदेश पर आरोपी को जेल दाखिल किया गया। निचली अदालत से जमानत नहीं मिलने पर उसने हाईकोर्ट में जमानत आवेदन पेश किया। आवेदन को सुनवाई के लिए जस्टिस गौतम भादुड़ी की कोर्ट में रखा गया। उन्होंने जमानत आवेदन पर सुनवाई करने से इंकार करते हुए शर्त लगा दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आवेदक पहले यह हिसाब दे कि कितने लोगों से कितने रुपए लिए गए। रुपए कब व कैसे वापस किए जाएंगे। इसके बाद जमानत आवेदन पर सुनवाई करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने इसे सहारा कंपनी की तरह का बड़ा घोटाला माना है। लोगों के 100 करोड़ रुपए लेकर कंपनी के डायरेक्टर फरार हुए हैं।
See Also: आम लोगों की गाढ़ी कमाई डूबी, 80 करोड़ रुपए ठग कर चिटफंड कंपनी फरार