Ranchi, Jharkhand - झारखंड के करीब 30 हजार निवेशकों से 80 करोड़ रुपए लेकर कोलकाता की चिटफंड कंपनी फरार हो गई है. खून-पसीने की कमाई लूट जाने से बौखलाए निवेशक और एजेंट ने रविवार को डेली मार्केट थाने में शिकायत दर्ज की. चिटफंड कंपनी केडब्ल्यूआईएल के चेयरमैन जयंत कुमार समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
प्रलोभनों का जाल बिछाया
एजेंट जावेद समेत कई अन्य एजेंट ने लिखित हस्ताक्षर करके शिकायत दर्ज की है कि कंपनी ने ज्यादा ब्याज देने का लालच देकर लोगों से पैसे जमा करवाए. कंपनी ने निवेशकों को कई तरह के झांसे दिए.
निवेशकों के पैसे को होटल, पेयजल प्लांट, रियल स्टेट, पीवीसी पाइप फैक्ट्री, बकरी पालन आदि कई क्षेत्रों में लगाने, उसके शेयर को निवेशकों में बांटने और रोजगार देने का प्रलोभन देकर करोड़ों की ठगी की.
प्रलोभन इतने तगड़े थे कि लोगों ने अपनी जिंदगी भर की कमाई लगा दी. कई ने खेत, जेवर आदि बेच कर इसमें निवेश किया,पर मिली फूटी कौड़ी भी नहीं.
नाम बदल बदल कर जमा करवाए पैसे
21 मई 2009 में डेलीमार्केट एरिया के आत्माराम भवन बिल्डंग में शुरू की. फिर कई बार कंपनी का नाम बदला. पहले कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नाम से था. फिर प्रगति परिवार क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से कारोबार किया.
उसके बाद प्रगति परिवार बचत एवं साख स्वाबलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के नाम से पैसे लेते रहे. दूसरी बार नाम बदलने पर निवेशकों को शक हुआ. उन्हें कभी सेबी के निर्देश की बात कही तो कभी अधिक ब्याज का प्रलोभन दिया.
ये हुए ठगी के शिकार:
संजीव सिंह - 45 लाख
जावेद अख्तर - 25 लाख
रुगनेश टोप्पो - 26 लाख
आफताब आलम - 10 लाख
परवेज आलम - 20 लाख
सुभाष - 18 लाख
शाहिद - 7 लाख
अरुण प्रमाणिक - 21 लाख
बीरबल - 10 लाख
बंगला तिर्की - 12 लाख
सोना तिर्की - 18 लाख
एस अंसारी - 18 लाख
आनंद महतो - 44 लाख
विनोद महतो - 13 लाख
सज्जाद अंसारी - 7 लाख
(इनके अलावा हजारों छोटे निवेशक हैं. सारी रकम रुपए में है.)
See Also: 30 हजार निवेशकों से 80 करोड़ की ठगी