रांची - राज्य सरकार चिट फंड कंपनियों की गड़बड़ियों की जांच के लिए सीबीआइ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) बनाएगी. इस फोर्स में झारखंड पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आयकर (आइटी) और बैंक से जुड़े अफसरों की मदद सीबीआइ लेगी. इसके लिए कवायद शुरू हो गई है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब झारखंड के किसी मामले की जांच के लिए एजेंसी को एसटीएफ की आवश्यकता पड़ी है.
हाई कोर्ट के आदेश के बाद अब तक छह चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है. इनमें से दो मामले रांची के इओयू शाखा, दो मामले एसीबी में और दो मामले धनबाद स्थित एसीबी शाखा में दर्ज हो चुके हैं. अब भी सीबीआइ को 95 मामले और दर्ज करने हैं. एक साथ इतने मामलों की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी के पास अनुसंधानकों की कमी है. इसलिए दूसरी एजेंसियों के सहयोग से मामले की जांच पूरी करने के लिए सीबीआइ एसटीएफ बनाने में जुटी है.
सीबीआइ ने चर्चित चारा घोटाला मामले में भी कुल 53 केस दर्ज किए थे. लेकिन इसके लिए भी एसटीएफ का गठन नहीं किया गया था. रियल स्टेट कंपनी संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ कुल 33 मामले दर्ज किए थे. लेकिन इस मामले की जांच के लिए झारखंड की तीन शाखाओं के अलावा पटना शाखा में भी मामले दर्ज किए गए थे. इससे पूर्व जेपीएससी से जुड़े 13 मामलों में सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की थी.
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