भटिंडा: एक दशक के भीतर चिटफंड कम्पनियों ने अरबों-खबरों रुपए ठग लिए हैं व अधिकांश कम्पनियां फरार हो चुकी हैं जबकि अब तो इन मामलों के शिकायतकत्र्ता भी छुपने लगे हैं, क्योंकि इन कम्पनियों में अधिकांश पैसा 2 नंबर का लगा हुआ है। गत दिनों सामने आए एक व्यक्ति परमजीत सिंह ने कहा कि उसने अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के 1.77 करोड़ रुपए मुम्बई की एक कम्पनी में लगाए जो अब मुकर चुकी है। इसकी शिकायत भी पुलिस के पास की गई लेकिन यह मामला अदालत में चला गया।
शनिवार को एक और व्यक्ति जगरूप सिंह ने एस.एस.पी. भटिंडा को शिकायत देकर बताया कि उसने भी डा. अश्विनी धवन निवासी भटिंडा के माध्यम से मुम्बई की एक कम्पनी एस.एस. टाऊनशिप लिमिटेड में 2 लाख रुपए निवेश किए थे। अन्य शिकायतकत्र्ता नकुल भारद्वाज ने 30 लाख, नरेश कुमार के 15 लाख, विजय कुमार के 3 लाख, मंगत राय के 50 हजार, भीम सेन, गुरपाल सिंह, शाम लाल व रोहित चावला ने 1-1 लाख रुपए उक्त कम्पनी में लगाने का जिक्र किया है।
जगरूप सिंह ने बताया कि उक्त कम्पनी में और लोगों ने भी करोड़ों रुपया निवेश किया है लेकिन कम्पनी अब भाग चुकी है जबकि डा. धवन द्वारा खोला गया दफ्तर भी बंद हो चुका है जबकि डा. धवन भी पैसे देने से मुकर चुका है। उन्होंने कहा कि पंजाब के सैंकड़ों लोगों ने कम्पनी में कई करोड़ रुपया लगाया है व अधिकांश पैसा 2 नंबर का होने के कारण कोई शिकायत करने वाला भी सामने नहीं आ रहा।
See Also: चिटफंड मामले को लेकर प्रदर्शन