राउरकेला: स्काइ लाइन चिटफंड कंपनी द्वारा बंडामुंडा व राउरकेला के विभिन्न क्षेत्रों से एजेंटों के जरिये लाखों रुपये वसूले गये। कंपनी का कार्यालय बंद होने के बाद एजेंट व इससे जुड़े लोगों को जमाकर्ता परेशान कर रहे हैं। बुधवार को जमाकर्ताओं व इससे जुड़े लोगों ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीएसपी संतोष कुमार महापात्र के समक्ष प्राथमिकी दर्ज कराई।
पूर्व नगरपाल निहार राय की अगुवाई में एसपी कार्यालय पहुंची महिलओं ने आरोप लगाया है कि बंडामुंडा अंचल में वर्ष 2010 में ई सेक्टर निवासी सुनीता घोष, अर्चना दास, बेबी दास ने मिलकर स्काइ लाइन चिट फंड संस्था का कार्यालय खोला एवं एजेंटों के जरिये रुपये जमा कराये।
मधुसूदन मार्ग में ट्रैफिक गेट के पास इसका कार्यालय खुला था जहां इसका लेनदेन होता था। तीन साल में 50 लाख रुपये से अधिक की वसूली करन वर्ष 2013 में राउरकेला कार्यालय को बंद कर दिया गया। इसके बाद सुनीता घोष व उसके पति दीपक घोष के द्वारा कार्यालय को खोला गया एवं इसका नाम सिद्धि विनायक रखा। उनके द्वारा लोगों को समझा बुझाकर फिर से वसूली शुरू की गई। अब यह कार्यालय भी बंद कर दिया गया है। चिटफंड में जमा कर्ताओं के लाखों रुपये फंसे हैं। बुधवार को बंडामुंडा इलाके की अनीता श्रीवास्तव, मामा देवी, आभा षडंगी, सुभद्रा दास, अनुराधा सरकार, रीना मानिक, शुक्ला माइती, उदयनाथ मिश्रा, रेहा साहू, सूरज साहू, रेखा देवी, रवि रंजन, धर्मेंद्र कुमार, अनीश साहू आदि लोग शामिल थे।
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