Without registration 30 non-banking companies in the city are working
Admin | 21 December, 2015 | 860 | 3980
नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज को आरबीआई में एनबीएफसी के रूप में रजिस्टर्ड होना होता है। इंदौर में इस समय 30 ऐसी कंपनियां काम रही हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, इन सभी को आरबीआई ने नोटिस भेज दिया है। यह बात आरबीआई की डिप्टी जनरल मैनेजर वीणा श्रीवास्तव ने शनिवार को एनबीएफसी पर हुए सेमिनार में कही। कार्यक्रम सीए ब्रांच द्वारा आयोजित किया गया।
श्रीवास्तव ने कहा- मप्र में 101 एनबीएफसी कंपनियां हैं, इनमें से अकेले इंदौर में ही 67 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी द्वारा भी सदस्य बनाने के नाम पर राशि लिया जाना गलत है, क्योंकि यह भी एनबीएफसी के तहत रजिस्टर्ड नहीं है। उन्होंने ऑडिटर्स से अपील करते हुए कहा- आरबीआई हर जगह जांच नहीं कर सकता, इसलिए वे जांच में अधिक ध्यान रख आरबीआई को मदद करें। आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर अजय मिचयारी ने कहा- सीए अपंजीकृत कंपनियों को पंजीकृत कराकर अर्थव्यवस्था में मदद कर सकते हैं। कार्यक्रम में सीए शाखा के चेयरमैन सीए सुनील खंडेलवाल, सीए अभय शर्मा, पूर्व चेयरमैन नरेंद्र भंडारी व अन्य उपस्थित थे।
श्रीवास्तव ने कहा- मप्र में 101 एनबीएफसी कंपनियां हैं, इनमें से अकेले इंदौर में ही 67 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी द्वारा भी सदस्य बनाने के नाम पर राशि लिया जाना गलत है, क्योंकि यह भी एनबीएफसी के तहत रजिस्टर्ड नहीं है। उन्होंने ऑडिटर्स से अपील करते हुए कहा- आरबीआई हर जगह जांच नहीं कर सकता, इसलिए वे जांच में अधिक ध्यान रख आरबीआई को मदद करें। आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर अजय मिचयारी ने कहा- सीए अपंजीकृत कंपनियों को पंजीकृत कराकर अर्थव्यवस्था में मदद कर सकते हैं। कार्यक्रम में सीए शाखा के चेयरमैन सीए सुनील खंडेलवाल, सीए अभय शर्मा, पूर्व चेयरमैन नरेंद्र भंडारी व अन्य उपस्थित थे।