अनूपपुर - जिला मुख्यालय में चल रही दो चिटफंड कंपनियों के कार्यालय में ताला बंदी कर उपभोक्ताओं की शिकायत पर दोनों कंपनी संचालकों के विरूद्घ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। ये दोनों चिटफंड कंपनियां बिना दस्तावेज के जमा किए रकम को दोगुनी दर पर वापस लौटाने का दावा करती थीं। कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की देर शाम साईंराम रियलटेक लिमिटेड कंपनी एवं बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड कंपनी के मैनेजरों के खिलाफ धारा 420 तथा मप्र निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा 6 का अपराध पंजीबद्ध किया है।
शिकायत के आधार पर कार्रवाई
नगर में किराए के भवन पर बैंक की तर्ज पर चेतनानगर और अमरकंटक रोड में दो कंपनियों का ऑफिस कई माह से चल रहे था। जहां कंपनी के लोग अपने एजेंटों के माध्यम से क्षेत्र के ग्रामीणों को रुपए दोगुना कर देने, ऊंची ब्याज दर पर लोन और बीमा कराने का प्रलोभन देकर रुपए जमा कराने का कारोबार चला रहे थे। कुछ उपभोक्ताओं को जब उक्त कंपनियों की कार्य प्रणाली पर संदेह हुआ तो उन्होंने जमा रकम की जानकारी मांगी। इस पर कंपनी के लोगों ने जानकारी देने से मना कर दिया। इसके बाद लोगों ने पुलिस में सूचना दी। शिकायतों के मद्देनजर थाना प्रभारी के निर्देश पर सब इंस्पेक्टर आई यू एन मिश्रा पुलिस आरक्षकों के साथ मंगलवार की शाम गिरीशचंद्र पटेल के मकान चेतना नगर में संचालित साईंराम रियलटेक लिमिटेड कंपनी और अमरकंटक रोड में यूनियन बैंक के पहले स्थित कमला चक्रवर्ती के निजी मकान में चल रहे बी एन जी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड के यहां दबिश दी।
मैनेजरों की तलाश जारी
पुलिस टीम ने जब साइर्राम रियलटेक लिमिटेड कार्यालय में पूछताछ के दौरान उपस्थित एजेंट अशोक कुमार केवट, लाल केवट एवं ऑपरेटर राजेन्द्र राठौर ने बताया कि लोगों का रुपए लेकर दोगुना राशि दी जाती है और उनका बीमा किया जाता है पर जब पुलिस ने कागजात और कंपनी के संबंध जानकारी मांगी तो ये लोग उपलब्ध नहीं करा पाए।
इसी तरह पुलिस पूछताछ के दौरान बी एन जी ग्लोबल इंडिया में भी कोई दस्तावेज नहीं दिए गए। बताया गया कि साईंराम रियलटेक को मैनेजर अभिलाष पटेल निवासी श्रमिक नगर बदरा तथा बी एन जी ग्लोबल इंडिया को उज्जैन का निरंजन यादव चला रहा है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। बताया गया कि दोनों कंपनियों में सैकड़ों लोगों ने लाखों रुपए निवेश किए हैं। मामले की जानकारी लगते ही लोगों की भीड़ उक्त कंपनी कार्यालय में पहुंचने लगी। कोतवाली पुलिस ने दोनों कंपनी के कार्यालय को सील कर दिया है। पुलिस अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना शुरू कर कंपनी चलाने वालों को तलाश रही है।
पहले भी हो चुकी धोखाधड़ी
कार्रवाई के दौरान कंपनी के उपभोक्ताओं का कहना था कि यदि पुलिस व प्रशासन शुरू में ही ऐसे कारोबार चलाने वालों पर कड़ाई से कार्रवाई क रे तो लोगों का नुकसान न हो पाए, पर पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में पहले खुली छूट दी जाती। कार्रवाई तब की जाती है जब फर्जी कंपनी चलाने वाले कार्यालय में मौजूद नहीं रहते। जिससे वे लोगों का लाखों रुपए लेकर फरार हो चुके होते। नगर में ऐसी ही चिटफंड कंपनी सृष्टि और सत्यसाई प्रकाश लोगों के लाखों रुपए हड़प कर फरार हो गई लोग आज भी अपनी जमापूंजी पाने के लिए भटक रहे हैं।
See Also: पंजाब में चिटफंड कंपनियों पर पाबंदी लगाएं राजनीतिक पार्टियां: मनदीप