खड़गपुर: तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम मेदिनीपुर जिला समिति के कार्यकारी अध्यक्ष निर्मल घोष के भाई बबला (सौरभमय) घोष को मंगलवार की सुबह पुलिस ने चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पेशी पर मेदिनीपुर अदालत से आरोपी की जमानत याचिका मंजूर हो गई।
बताते चलें कि स्थानीय चिटफंड संस्था रूफर्स ग्रुप में लेनदारों की शिकायत पर ओडिशा व झारखंड राज्य में कई मामले दर्ज हुए थे। कुछ दिन पहले ओडिशा के जालेश्वर और बलियापाल थानों की पुलिस ने कंपनी के प्रबंध निदेशक हीरक नाथ साऊंथ को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी। सूत्रों के मुताबिक इसी कंपनी के निदेशक मंडल में होने के चलते बबला घोष के खिलाफ भी ओडिशा व झारखंड राज्य में कई मामले दर्ज हुए थे। झारखंड के जामताड़ा अदालत से जारी वारंट के परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को पुलिस ने बबला घोष को गिरफ्तार किया। हालांकि पेशी पर मेदिनीपुर न्यायालय में उनकी जमानत याचिका मंजूर हो जाने की चर्चा रही। बताया जाता है कि आरोप पत्र में पुलिस के गिरफ्तारी से संबंधित धाराओं का स्पष्ट उल्लेख न होने की वजह से आरोपी की जमानत हुई। खड़गपुर टाउन थाने के प्रभारी ज्ञानदेव प्रसाद साव ने घोष की गिरफ्तारी की बात स्वीकार करते हुए कहा कि वारंट के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अदालती कार्यवाही के बारे वे कुछ नहीं बता सकते, क्योंकि यह उनके अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। दूसरी ओर टीएमसी जिला समिति के कार्यकारी अध्यक्ष व आरोपी के भाई निर्मल घोष ने कहा कि सही-गलत का फैसला अदालत करेगी, वे इस संबंध में कुछ नहीं कहना चाहते।
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