बजाज फाइनैंस, श्रीराम फाइनैंस, एचडीएफसी लिमिटेड, श्रीराम सिटी यूनियन और एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस जैसी नॉन-बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों ने कॉर्पोरेट डिपॉजिट रेट में 0.05 से लेकर 0.40 फीसदी तक की कटौती की है। नई दरें 1 मई से लागू हुई हैं। श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस समेत ऐसी कुछ कंपनियों की 2-5 साल से जुड़ी स्कीमों पर 9.75 फीसदी ब्याज मिल रहा है। खासतौर पर ऐसे वक्त में जब बैंक पहले डिपॉजिट रेट कम कर चुके हैं, इसी मच्योरिटी वाली बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीमों पर ब्याज दर 8-8.50 फीसदी सालाना है।
स्पेक्ट्रम वेल्थ सलूशन के फाउंडर और सीईओ के रामनाथन ने बताया, 'अगर कॉर्पोरेट डिपॉजिट रिटर्न (टैक्स के बाद) गिल्ट/इनकम/शॉर्ट टर्म फंड से बेहतर रहने की उम्मीद रहती है, तो कॉर्पोरेट एफडी का आवंटन बढ़कर पूरे डेट पोर्टफोलियो का 80 फीसदी तक हो सकता है। हालांकि, एक इन्वेस्टर को इन्वेस्टमेंट पीरियड में अपनी टैक्स लायबिलिटी देखने की जरूरत होती है।'
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस या श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस ने 1 मई से डिपॉजिट रेट में कटौती करने का फैसला किया है। कंपनी ने सीनियर सिटिजन के लिए 0.25 फीसदी का अतिरिक्त बेनेफिट भी वापस लेने का फैसला किया है।
देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनैंस कंपनी (ट्रिपए ए रेटिंग वाली) एचडीएफसी ने इसी महीने डिपॉजिट रेट में 0.10 फीसदी की कटौती की। कंपनी अब 3 से 5 साल की मच्योरिटी वाली स्कीमों पर 9 फीसदी ब्याज दे रही है। इसी तरह, एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस भी पांच साल की मच्योरिटी वाली स्कीमों पर यही रेट ऑफर कर रही है। कंपनी ने भी डिपॉजिट रेट में 0.25-0.40 फीसदी की कटौती की है।
जीईपीएल कैपिटल में डिस्ट्रिब्यूशन हेड रूपेश भंसाली ने बताया, 'कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट के आधार पर इसे जारी करने वाली कंपनियों से आसानी से लोन लिया जा सकता है। महंगाई दर में कमी और बाकी मैक्रो इकनॉमिक डेटा में सुधार के मद्देनजर आरबीआई ब्याज दरों में और कटौती कर सकता है, जिससे डिपॉजिट रेट में और गिरावट होगी। लिहाजा, थोड़ा जोखिम ले सकने वाले निवेशकों को जल्द अपना फंड इन स्कीमों में निवेश करना चाहिए।'
बैंकों के उलट कॉर्पोरेट एफडी मच्योरिटी से पहले नहीं भुनाए जा सकते, जो इस तरह की डेट सिक्यॉरिटीज के लिए बड़ी दिक्कत है। 10-20 फीसदी इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले निवेशकों को इन इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करना चाहिए, जबकि जो लोग 30 फीसदी इनकम टैक्स देते हैं, वे बाकी डेट इंस्ट्रूमेंट्स के जरिये बेहतर रिटर्न हासिल कर सकते हैं। अडवाइजरी फर्म लैडर 7 फाइनैंशियल में प्रिंसिपल फाइनैंशियल प्लानर सुरेश सदगोपन कहते हैं, 'मई में कॉर्पोरेट डिपॉजिट रेट में और गिरावट हो सकती है।' ज्यादातर निवेशकों की पसंद ट्रिपल ए और डबल ए रेटिंग वाले कॉर्पोरेट एफडी हैं, क्योंकि यहां पैसा डूबने का खतरा नहीं के बराबर होता है।