These companies made millionaires tax swindle, because the rule is not seized property
Admin | 02 June, 2016 | 1126 | 3980
रायपुर। राजधानी में 30 से ज्यादा ऐसी चिटफंड कंपनियां हैं जिन्होंने लोगों से ठगी कर करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली है लेकिन पुलिस उनकी प्रॉपर्टी सीज नहीं कर सकती है। ऐसी कंपनियों के खिलाफ कलेक्टर और एसपी ने नई शिकायतें मंगाई हैं। एसपी बीएन मीणा ने इस संबंध में सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं।
क्यों सीज नहीं की जा सकती प्रॉपर्टी?
- 2015 में चिटफंड एक्ट 2005 लागू किया गया।
- एक्ट लागू होने से पहले जिन कंपनियों के खिलाफ एफआईआर और कार्रवाई की जा चुकी है उनकी संपत्ति कुर्क नहीं की जा सकती है।
- इसलिए पुलिस उनके निवेशकों से नई शिकायत मंगा रही है।
- नई शिकायत मिलने के बाद एक्ट के आधार पर संपत्ति कुर्क कर नीलाम किया जाएगा।
- नीलामी से मिली रकम को इंवेस्टर्स में बांटा जाएगा।
इन कंपनियों के खिलाफ 2015 से पहले एफआईआर
जिन कंपनियों के खिलाफ नए आवेदन मंगाए जा रहे हैं उनकी संख्या 30 से ज्यादा है। इनमें बीएनपी इंडिया, आस्था गोट फार्मिंग, माइक्रो फाइनेंस, सी शोर ग्रुप ऑफ कंपनी, संसार पेट्रोल केमिकल, एसकेएस कंपनी, मर्चेंट नेवी ट्रेनिंग स्कूल, कमला सुपर मार्केट, इंटर नेशनल एयरपोर्ट कंपनी, नैनो टेक्नॉलॉजी कंपनी, स्पीक एशिया, एचबीएन डेयरी, माई डॉट लाइन कंपनी, यूनी पे टू यू मार्केटिंग कंपनी, रुचि रियल स्टेट, छग माइक्रो प्लान कंपनी, स्माइल एंड स्माइल रिटेल इंडिया, विलेट केप सोल्यूशन कंपनी, स्मार्ट वैल्यू कंपनी, मेसर्स आर्य रूप टू रीजन कंपनी, राम सर्वे कंपनी, आर बीट कंपनी, सांई फायनेंस समेत 9 अन्य कंपनियां शामिल हैं।
सांई फायनेंस
ठगी- 15 करोड़ (छत्तीसगढ़ में)।
संपत्ति- बलौदाबाजार में 50 एकड़ जमीन पर कंपनी ने निवेश किया है।
बीएनपी इंडिया
ठगी- 40 करोड़ (छत्तीसगढ़ में)।
यहां संपत्ति : अभनपुर के पास 30 एकड़ जमीन। इसके अलावा दूसरे शहरों में भी जमीन में निवेश।
एसकेएस कंपनी
ठगी- 10 लाख से ज्यादा (छत्तीसगढ़ में)।
संपत्ति- मरीन ड्राइव के सामने गुरुद्वारा के बगल में 2 हजार वर्गफीट प्लाट। ओडिशा में 20 एकड़ और धमतरी में भी प्लाट।
आस्था गोट फार्मिंग
ठगी- 40 करोड़ (छत्तीसगढ़ में)।
यहां संपत्ति : खरोरा के पास 15 एकड़ जमीन। कुछ और कस्बों में भी प्लाट रहने की सूचनाएं।
एचबीएन
ठगी- 96 करोड़ (छत्तीसगढ़ में)।
संपत्ति : रायपुरा चौक पर निर्माणाधीन मॉल की 60 लाख की जमीन। धमतरी, गरियाबंद में प्लाट।
दिल्ली में 300 करोड़ का होटल समेत हजार करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी।
माइक्रो फाइनेंस
ठगी- 30 करोड़ (छत्तीसगढ़ में)।
यहां संपत्ति : अभनपुर खिलोरा में 40 एकड़ जमीन है। कुछ और कस्बों में भी प्लाट की सूचनाएं।