डॉएश बैंक के पूर्व को-सीईओ अंशु जैन अपने पुराने सहकर्मी भूपेंद्र सिंह के साथ नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी शुरू करने जा रहे हैं। कंपनी एसएमई, आंत्रप्रेन्योर्स के साथ लोगों को भी कर्ज देगी। इसे सैन फ्रांसिस्को की फिनटेक स्टार्टअप सोफी के मॉडल पर खड़ा किया जा सकता है जहां अंशु जैन सलाहकार हैं। इसे जापान के सॉफ्टबैंक का सपोर्ट मिल सकता है जिसने सोफी में भी निवेश किया है।
दरअसल अंशु जैन और भूपेंद्र सह अमेरिकी स्टार्टअप सोफी का देसी वर्जन तैयार करना चाहते हैं। सोफी ने छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया था। स्टेनफोर्ड में शुरू की गई इस सुविधा का लाभ क्वालिफाई करनेवाले छात्रों को मिलता था। पुराने छात्र नए छात्रों को फंड करते थे। बाद में सोफी पूरी तरह नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी में तब्दील हो गई।
अंशु जैन ने जून 2015 में डॉएश बैंक को अलविदा कह दिया था और ये देश में उनका पहला निवेश है। वहीं भूपेंद्र सिंह डॉएश बैंक एशिया पैसिफिक में कॉरपोरेट बैंकिंग बिजनेस के को-हेड रह चुके हैं। उन्होंने एक साल पहले नौकरी छोड़ दी थी। बताया जा रहा है कि अंशु जैन निवेशक जबकि भूपेंद्र सिंह कंपनी के फाउंडिंग सीईओ की भूमिका निभा सकते हैं। कंपनी का फोकस टेक्नोलॉजी पर होगा लेकिन फिजिकल ब्रांच भी खोली जाएंगी।