राउरकेला: ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर सोमवार को पूरे राज्य में कांग्रेस की ओर से चिटफंड घोटाला की जांच कर रहे आयोग के अध्यक्ष को हटाने तथा कमीशन को भंग करने समेत राज्य के उपभोक्ता कल्याण मंत्री से इस्तीफा देने अथवा उनकी बर्खास्तगी की मांग पर जिला मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इसी कड़ी में राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से एडीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद एडीएम की अनुपस्थिति में पानपोष सब-कलेक्टर की मार्फत राज्यपाल के उद्देश्य से ज्ञापन सौंपा गया।
इस प्रदर्शन में शामिल जिला कांग्रेस के अध्यक्ष बीरेन सेनापति, पूर्व विधायक प्रभात महापात्र, पीसीसी राजनीतिक सचिव रवि राय आदि ने चिटफंड घोटाला को लेकर राज्य सरकार की जमकर ¨नदा की। उन्होंने कहा कि राज्य में 20 लाख से भी ज्यादा लोग चिटफंड ठगी के शिकार हुए हैं। लेकिन उन्हें उनका पैसा लौटाने में मदद करने के बजाय राज्य सरकार इस घोटाले से जुड़े लोगों को बचाने में जुटी है सरकार की ओर से इसकी जांच करने के लिए कमीशन भी बनाया गया है। इस कमीशन के अध्यक्ष न्यायमूर्ति आरके पात्र के निधन के बाद सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मदनमोहन दास को इसका अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन उन्होंने 27 अप्रैल को बीजद के लीगल सेल की सभा में शिरकत करने तथा इसमें चिटफंड घोटाला के शिकार लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने से इस मामले में जांच की निष्पक्षता पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। इस बैठक में उन्होंने जांच की रिपोर्ट देने से पूर्व सरकार को क्लीन चिट दिया है। जिससे उनके इस पद पर बने रहने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाकर उन्हें पद से हटाने समेत कमीशन को भंग करने की मांग की है। वहीं इस मामले में राज्य के उपभोक्ता कल्याण मंत्री की भी संदिग्ध भूमिका को लेकर कांग्रेस ने उन्हें इस्तीफा देने अथवा उनकी बर्खास्तगी की मांग की है। इस आंदोलन में कांग्रेस के अन्य नेताओं में पीसीसी सचिव साबिर हुसैन, पीसीसी महासचिव गणेश प्रधान, प्रमोद प्रधान समेत कैलाश साहु, संतोष तांती, शिबु दीप, प्रबोध दास, मो. शमीम, बासु बनर्जी, भास्कर खिलार, वनमाली विशोई घनश्याम सुना समेत अन्य कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे।
See Also: मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री से जुड़े ठगी के आरोपी विधायक के तार