चंडीगढ़: कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार की लोकप्रियता का ग्राफ जितनी तेजी से गिरा है इससे पहले किसी सरकार के साथ ऐसा नहीं हुआ था।
शुक्ला ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में सबसे ज्यादा अन्याय किसानों के साथ हुआ। मोदी लोकसभा चुनाव से पहले लोगों से जो वादे करके आए थे सत्ता में आने के बाद एक भी पूरा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपनी कोई नई नीति नहीं बनाई बल्कि कांग्रेस की नीतियों को अपनाया। अच्छे दिन कहां गए।
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागूूू करने का दम भरने वाली भाजपा इसे अब तक लागू नहीं कर सकी। न्यूनतम समर्थन मूल्य में पचास रूपये की वृद्धि तक नहीं कर सकी।
उन्होंने कहा कि कांग्र्रेस को श्री मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर कोअी ऐतराज नहीं लेकिन उन्हें हिन्दुस्तान की ओर भी ध्यान देना चाहिए। वन रैंक, वन पेंशन से लेकर वीजा आन अराइवल कांग्रेस की सरकार ने शुरू की थी लेकिन मोदी जहां जाते हैं वहीं इसका श्रेय लेते हैं। ये सभी नीतियों पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की थीं।
कांग्रेस नेता ने मांग की कि किसानों को पैकेज मिलना चाहिए। कृषि अब घाटे का सौदा बनकर रह गयी है लोग इसे अब छोड़ रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार अब तक ढाई हजार किसान खेती छोड़ अन्य कामों की ओर रूख कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इतने थोड़े समय में ही केन्द्र सरकार से जनता का मोह भंग हो गया है।
ऐसा पहले कभी नहीं हुआ ।भाजपा ने जनहित के मुद्दे तथा अपने घोषणापत्र में किए वायदे भुला दिए हैं।उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले काले धन का हौव्वा खड़ा करके भाजपा ने लोगों को मूर्ख बनाकर वोट तो ले लिये लेकिन काला धन अब तक नहीं ला पाए हैं ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस बात का मलाल रहेगा कि मनमोहन सरकार अपनी बात तथा नीतियों को जन जन तक नहीं पहुंचा पायी क्योंकि मार्केटिंग करने की सोच उनकी नहीं थीं। कांग्रेस सरकारमें कृषि विकास दर 3.7 थी जो अब 1.7 रह गयी है।