The agent said - millions of Sahib took deposits thugs chit fund company
Admin | 12 December, 2015 | 954 | 3980
- सांई प्रसाद कंपनी के एजेंटों ने भी शिकायत की
सागर - चिटफंड कंपनी साईं प्रसाद से ठगाए हुए लोगों ने कलेक्टर अशोक सिंह के पास शिकायत करने के लिए पहुंचे। इन ठगाए हुए लोगों में वे लोग भी शामिल थे। जिन्हें कंपनी ने बतौर एजेंट नियुक्त किया गया था। पीडितों ने बताया कि कंपनी पर भरोसा कर सारी जमा पूंजी का निवेश किया था, लेकिन अब कंपनी के कर्ताधर्ता फरार हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने केवल शहर में ही नहीं बल्कि गांव-गांवों में भी लोगों को ठगा है। एजेंटों का कहना था कि साईं प्रसाद ग्रुप ऑफ कंपनी वर्तमान में फ्यूचर रेडी वर्ल्ड वाइड के तहत एपी किसान एवं स्वराज क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के तहत रुपए उठा रही है। सागर ब्रांच में इन्हीं कंपनियों के तहत बिजनेस किया जा रहा है। सागर में इसका ऑफिस गोपाल गंज में था, जो अब बंद हो चुका है। वहीं ब्रांच मैनेजर का फोन भी बंद बता रहा है।
समिति बनाकर की जाएगी जांच : इस मामले में कलेक्टर सिंह ने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना सोलंकी कंपनी साईं प्रसाद की जांच करेगी। यह जांच समिति बनाकर की जाएगी। पीड़ित का कहना है कि कंपनी करोड़ों रुपए की राशि हड़पकर भाग गई है। कंपनी ने केवल शहर में ही नहीं बल्कि गांव के लोगों को भी ठगा है।
सागर - चिटफंड कंपनी साईं प्रसाद से ठगाए हुए लोगों ने कलेक्टर अशोक सिंह के पास शिकायत करने के लिए पहुंचे। इन ठगाए हुए लोगों में वे लोग भी शामिल थे। जिन्हें कंपनी ने बतौर एजेंट नियुक्त किया गया था। पीडितों ने बताया कि कंपनी पर भरोसा कर सारी जमा पूंजी का निवेश किया था, लेकिन अब कंपनी के कर्ताधर्ता फरार हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने केवल शहर में ही नहीं बल्कि गांव-गांवों में भी लोगों को ठगा है। एजेंटों का कहना था कि साईं प्रसाद ग्रुप ऑफ कंपनी वर्तमान में फ्यूचर रेडी वर्ल्ड वाइड के तहत एपी किसान एवं स्वराज क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के तहत रुपए उठा रही है। सागर ब्रांच में इन्हीं कंपनियों के तहत बिजनेस किया जा रहा है। सागर में इसका ऑफिस गोपाल गंज में था, जो अब बंद हो चुका है। वहीं ब्रांच मैनेजर का फोन भी बंद बता रहा है।
समिति बनाकर की जाएगी जांच : इस मामले में कलेक्टर सिंह ने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना सोलंकी कंपनी साईं प्रसाद की जांच करेगी। यह जांच समिति बनाकर की जाएगी। पीड़ित का कहना है कि कंपनी करोड़ों रुपए की राशि हड़पकर भाग गई है। कंपनी ने केवल शहर में ही नहीं बल्कि गांव के लोगों को भी ठगा है।