भिवानी: भिवानी में कुबेर को कुबेर का खजाना मिला लेकिन उसे लालच नही आया ओर उसने ईमानदारी दिखाते हुए जिला परिषद के ये चैंक उन्हें वापिस लौटाने के लिए प्रयास किए ओर लौटा दिए। चहाता तो ये चैंक उसके भी हो सकते थे क्योंकि ये चैक साईन किए हुए थे ओर यूवर सैल्फ के थे।
कुबेर कम्पयूटर सैंटर से अपनी क्लास पूरी करके अपनी साईकिल से वापिस लौट रहा था। अचानक उसका ध्यान सडक़ पर पड़ा जहां एक फाईल पड़ी थी। फाईल देखी तो वह हक्का बक्का रह गया क्योंकि उसके अंदर -54 लाख 26 हजार 4 सौ 50 रुपए के चैंक थे वह भी साईन किए हुए। इन चैक के ऊपर यूवरसेल्फ लिखा हुआ था। ये चैंक भूनाने के लिए शायद बैंक में जा रहे थे ताकि ग्रांट की यह राशि विकास पर लगाई जा सकें। उससे पहले ही लापरवाही कहें या फिर गलती की ये सडक़ पर गिर गए आर कुबेर के हाथ लग गए।
कुबेर ने तुंरत घर पहुंच कर अपनी माता पिता को यह चैक दिखाए ओर कहा कि वे उन्हें वापिस लौटा दे। कुबेर व कुबेर के माता पिता चैंक को लेकर नगर परिषद कार्यालय पहुंच गए। जहां नगर परिषद के चेयरमैन भवानी प्रताप को उन्हेांने ये चैंक दिखाए तो वे काफी खुश हुए ओर उन्होंने 15 साल के इस बच्चे की ईमानदारी को सलाम किया।
कुबेर की इस ईमानदारी के चर्चे अब पूरे शहर में है। कुबेर की इस ईमानदारी को देखते हुए उन्हेांने कुबेर को सम्मानित किया ओर उसे फूल मालाएं पहनाई। इस मौके पर वार्ड के एमसी तथा आस पास के क्षेत्र के लोग उपस्थित हुए ओर उन्हेांने कुबेर की ईमानदारी के गुण गाएं।
वही नगर परिषद के चेयरमैन भवानी प्रताप का कहना था कि उनके पास वे लोग चैक लौटाने के लिए आए थे तथा उन्होंने वे चैक जिला परिषद को लौटा दिए। उन्होंने बताया कि बच्चे ने ईमानदारी दिखाई है तथा उससे सबक लेना चहिए।