Swindle money doubled in six years that BN Gold Company FIR
Admin | 08 February, 2016 | 1290 | 3980
रायपुर. राजधानी सहित राज्यभर में 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर बीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी फरार हो गई है। 2009 में कंपनी का रिंग रोड-1 तेलीबांधा इलाके में खोला और उसके बाद पूरे राज्य में ब्रांच खोलकर एजेंट नियुक्त किए।
कंपनी 6 साल में दोगुना रकम और ज्यादा ब्याज देने का झांसा देकर लोगों से निवेश कराया था। लेकिन जब पैसा देने की बारी आई तो कंपनी ताला लगाकर भाग निकली। जब लोग पैसे लेने दफ्तर पहुंचे तो वहां ताला जड़ा हुआ था।
6 माह से लोग दफ्तर के चक्कर काट रहे है। एक माह पहले राजेन्द्र नगर थाने में शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।

पुलिस अफसरों ने बताया कि सेजबहार के किसान 76 साल के मन्नूलाल डहरिया ने 2009 में कंपनी में 8 लाख 31 सौ रुपए का फिक्स डिपॉजिट किया था। 6 साल में दोगुना रकम देने का झांसा दिया गया।
2015 में 6 साल पूरे होने पर जब वे पैसा लेने दफ्तर गए तो देखा कि वहां ताला लगा हुआ था। उनके बेटे लगातार दफ्तर का चक्कर लगाते रहे।
उन्होंने अपने एजेंटों से संपर्क किया तो पता चला कि ब्रांच मैनेजर फरार है। पुलिस ने बताया कि मन्नू ने खेती का पैसा जमा किया था। रिश्तेदार के माध्यम से कंपनी में जुड़े हुए थे।
डायरेक्टर और एजेंट आरोपी :
बीएन गोल्ड मध्यप्रदेश की कंपनी है। ग्वालियर में कंपनी का मुख्यालय था, जो बंद है। पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर सहित एजेंट संतोष चतुर्वेदी, हेमंत महिलांग सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
रायपुर के तेलीबांधा में मिर्ची कांप्लेक्स पर कंपनी ने अपनी ब्रांच खोली थी। डायरेक्टर ने यहां अपने सहयोगियों को बैठाया था।
कई जगह एफआईआर:
रायपुर के अलावा बीएन गोल्ड के खिलाफ मध्यप्रदेश और झारखंड में भी मामला दर्ज है। लगभग सभी जगह कंपनी के ब्रांच में ताला लगा हुआ है। किसी भी जगह डायरेक्टर की गिरफ्तारी नहीं हुई है। राजेन्द्र नगर पुलिस कंपनी के राजधानी और उसके आसपास संपत्ति का पता कर रही है। संपत्ति मिलने पर उसकी राजसात की कार्रवाई की जाएगी।
संपत्ति कुर्क करने निकाली रैली
चिटफंड कंपनियों में पैसा डूबो चुके निवेशक व एजेंटों ने मिलकर कंपनियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को विरोध के रूप में उन्होंने बूढ़ातालाब धरना स्थल से रैली निकाली।
चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर, निवेशकों के पैसे वापस दिलाने व कंपनी के संचालकों के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर विरोध किया जा रहा है। शनिवार को एजेंट व निवेशक राजेंद्रनगर थाने का घेराव करेंगे। दस चिटफंड कंपनियों पर एफआईआर कराएंगे।
प्रदेश में दर्जनों चिटफंड कंपनियों ने अरबों रुपए की धोखाधड़ी की है। इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ अभिकर्ता सेवा संघ के बैनर तले सैकड़ों निवेशकों ने प्रदर्शन किया।
बूढ़ातालाब धरना स्थल से दोपहर करीब दो बजे रैली निकाली। यह सप्रे स्कूल तक ही पहुंची थी की पुलिस ने इन्हें रास्ते में रोक लिया। इसके बाद कुछ समय तक वे वहीं नारेबाजी करते रहे। बाद में वापस धरना स्थल पहुंचे।
छत्तीसगढ़ अभिकर्ता सेवा संघ के प्रदेश महासचिव नंद कुमार निषाद ने बताया कि छत्तीसगढ़ के निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम 2005 आया है। इसके अंतर्गत शासन को धोखाधड़ी करने
वाली कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
साथ ही उनकी संपत्ति कुर्क कर निवेशकों का पैसा लौटाने से संबंधित कार्रवाई भी करनी चाहिए। अभिकर्ता संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा।