करौं (देवघर) : लड़कियां किसी से पीछे न रहें और माता-पिता को उनकी चिंता न रहे। इसको ध्यान में रखकर डाक विभाग ने सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की है। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की तर्ज पर इस योजना से पैसे की बचत कर आप अपनी लाडली को मुस्कुराता हुआ देख सकते हैं। करौं डाकघर में भी यह योजना शुरू की गयी है। पोस्ट मास्टर उत्तम मंडल व विरंची रवानी ने बताया कि इस योजना के तहत अभी तक सौ खाता खुलवाया जा चुका है। उन्होंने अन्य लोगों से भी इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है।
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क्या है योजना
एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम एक हजार और अधिकतम 1.50 लाख रुपये सौ रुपये के गुणक में जमा लिया जाता है। सात वर्ष की आयु में एक हजार रुपये प्रतिमाह की दर से 14 वर्ष तक जमा करने पर कुल जमा 1.68 लाख रुपये परिपक्व होने पर छह लाख 42 हजार 92 रुपये वर्तमान ब्याज दर से हो जाएगी। बालिका के 18 वर्ष के बाद जमा राशि का 50 फीसद निकालने की सुविधा है। राशि नगद, चेक व डिमांड ड्राफ्ट के रूप में जमा किया जा सकता है। खाता खोलने के 21 दिन या बालिका के विवाह होने के बाद इसे बंद किया जा सकता है। बालिका के नाम से उसके जन्म लेने के 10 वर्ष तक की आयु प्राप्त करने तक उसके माता-पिता खाता खुलवा सकते हैं।
कैसे खुलेगा खाता
किसी भी डाकघर की अविवाहित बालिका का जन्म प्रमाणपत्र, माता-पिता व वैधानिक संरक्षक का फोटो पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र देकर खुलवाया जा सकता है। बालिक के जन्म से 10 वर्ष तक डाकघर में खाता खोला जाएगा। खोले गए खाता को देश के किसी भी डाकघर में स्थानान्तरित करवाया जा सकता है। एक माता-पिता या वैधानिक संरक्षक द्वारा अधिकतम दो बच्चियों का खाता खोला जा सकता है।
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