नई दिल्ली: मथुरा में कल एक शख्स ने कथित तौर पर एक चिटफंड कंपनी कल्पतरु से परेशान होकर खुदकुशी कर ली. परिवार का आरोप है कि कंपनी पर पीड़ित का करोड़ों रुपये बकाया था. वहीं कंपनी ने सफाई दी है कि न तो वो चिट फंड का कारोबार करती है और न ही अभय सिंह पर कोई बकाया था.
कमरे में लगी एक तार से लटक कर हरियाणा के रेवाडी के रहने वाले अभय सिंह ने खुदकुशी कर ली. आरोप है कि मथुरा की कंपनी कल्पतरु ग्रुप पर अभय सिंह का करोड़ों रुपये बकाया था, जिसे कंपनी नहीं लौटा रही थी. जिससे तंग आकर उसने मथुरा में कल्पतरु बिल्डटेक कंपनी के दफ्तर में खुदकुशी कर ली.
परिवार का आरोप है कि कल्पतरु कंपनी ने चिट फंड के झांसे में फंसा कर अभय सिंह का करोड़ों रुपये हड़प लिया. परिवार वालों का आरोप है कि अभय ने खुदकुशी से पहले जिस सुसाइड नोट में कंपनी को जिम्मेदार ठहराया था उस सुसाइड नोट के कई पन्नों को भी गायब करा दिया गया.
कल्पतरु समूह पर लग रहे आरोपों की जांच के लिए ABP न्यूज की टीम मथुरा में कंपनी के दफ्तर पहुंची. कल्पतरु ग्रुप के प्रमोटर हैं जयकृष्ण राणा. जय कृष्ण राणा तो ABP न्यूज से नहीं मिले, लेकिन उनकी रियल एस्टेट कंपनी के अधिकारी ने पूरे मामले में सफाई दी. कंपनी का दावा है कि वो चिट फंड के कारोबार में नहीं है. रियल एस्टेट के कारोबार को लोग चिट फंड से जोड़ देते हैं
कंपनी दावा कर रही है कि वो सिर्फ जमीन बिक्री के लिए लोगों से किश्तों में या एकमुश्त रकम लेती है. इसके अलावा किसी भी तरह का पैसा नहीं लेती. कल्पतरु ग्रुप कई सेक्टरों में कारोबार कर रही है.
कंपनी लेदर प्रोडक्ट बनाती, टेक्सटाइल बिजनेस में है, फूड प्रोसेसिंग कंपनी भी है. कल्पतरु मेगामार्ट नाम से रिटेल चैनल है. कल्पतरु बिल्डटेक नाम से रियल एस्टेट सेक्टर में है.
रियल एस्टेट सेक्टर की बात करें तो कंपनी के पास करीब 5 राज्यों में 2000 एकड़ की जमीन है. सबसे ज्यादा जमीन यूपी के आगरा और मथुरा में ही है. यहां पर कंपनी जमीन और फ्लैट बेच रही है. आस-पास के लोगों से बात करने पर पता चला कि कंपनी चिटफंड का कारोबार नहीं करती.
कल्पतरु समूह में काम करने वाले खुदकुशी करने वाले अभय सिंह की हरकतों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कंपनी के कर्मचारी दावा कर रहे हैं कि अभय सिंह कई साथियों के साथ पिछले 5 दिनों से रह रहे थे और जमकर शराब पी रहे थे.
लेकिन कंपनी के अधिकारी का बयान कर्मचारी के बयान से अलग है. कंपनी के अधिकारी का दावा है कि अभय सिंह खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री कराने मथुरा आए थे. फिलहाल अभय सिंह की खुदकुशी की असली वजह की जांच में उत्तर प्रदेश की पुलिस जुटी हुई है