नई दिल्ली। भारत की आर्थिक वृद्धि चालू वित्त वर्ष में तेज होने की और 2015-16 में यह ‘काफी बेहतर’ होने की उम्मीद है। यह बात सोमवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कही।
उन्होंने यहां कहा कि पिछले 2 साल आर्थिक नरमी के रहे। इस साल कुछ बेहतर हो सकता है और अगला साल काफी बेहतर होगा। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट से प्रभावित होने से पहले 3 साल तक 9 प्रतिशत से अधिक रही थी, पर पिछले 2 वित्त वर्ष (2012-13 और 2013-14) के दौरान वृद्धि दर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह सुधरकर 5.5 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष 2013-14 की समान अवधि में दर्ज 4.9 प्रतिशत से अधिक है।
सरकार का अनुमान है कि 2014-15 के दौरान वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहेगी, जो पिछले साल दर्ज 4.7 प्रतिशत से अधिक है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने अपने वृद्धि संबंधी अनुमान में बढ़ोतरी की है। आईएमएफ ने अक्टूबर में अनुमान जाहिर किया था कि 2014-15 में भारत की वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रहेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने मध्यावधि आर्थिक समीक्षा में अनुमान जाहिर किया है कि अर्थव्यवस्था में बहुत तेजी से वृद्धि दर्ज करने की क्षमता है।