कोलकाता: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान की कंपनी रेड चिलीज ने उनकी केकेआर को स्पांसरशिप के रूप में रोजवैली ग्रुप द्वारा मिली रकम को लौटाने का फैसला किया है.
शाहरुख खान की केकेआर टीम को रोजवैली ने स्पांसर किया था, लेकिन जब कंपनी के घोटाले का मामला सामने आया, तो कंपनी ने वर्ष 2014 के आइपीएल के पहले ही रोजवैली से नाता तोड़ लिया था. अब रेड चिलीज स्पांसरशिप के रूप में लिये गये 10 करोड़ रुपये को भी वापस करना चाहती है.
गौरतलब है कि रेड चिलीज ने रोजवैली से दो किस्त में पांच-पांच करोड़ रुपये के रूप में यह राशि ली थी. इस संबंध में रेड चिलीज के अधिकारियों ने प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और रुपये वापस करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारियां मांगी. गौरतलब है कि केकेआर टीम के टी-शर्ट पर रोजवैली का नाम अंकित था, जिसे शाहरुख खान के साथ-साथ टीम के सभी खिलाड़ी पहन कर मैच खेलते थे. लेकिन वर्ष 2013 में सारधा कंपनी का घोटाला सामने आने के बाद रेड चिलीज ने रोजवैली से अपना समझौता खत्म कर दिया.
रोजवैली ने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को दो वर्ष तक स्पांसर किया है। स्पांसर करने में लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। रेड चिलीज इस 10 करोड़ रुपये को जल्द से जल्द लौटाना चाहती है। इस संबंध में एक ईडी अधिकारी ने कहा कि रुपये लौटाने की इच्छा जाहिर करना प्रशंसनीय है, लेकिन इसके लिए कुछ प्रावधान हैं जिन्हें पूरा करने में कुछ वक्त लगेगा।
स्रोत: पोंजी कंपनी रोज वैली के दफ्तरों पर छापे
अब इस संबंध में प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों ने रोजवैली ग्रुप के गौतम कुंडू से पूछताछ की है. रेड चिलीज से रोजवैली का किस प्रकार और कितने का रुपये का लेन-देन हुआ था, इस संबंध में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. इसके साथ ही प्रवर्तन विभाग के अधिकारी रोजवैली का प्रचार करनेवाले खिलाड़ियों को दिये गये रुपये की भी जांच में जुटे हुए हैं. प्रवर्तन विभाग ने रेड चिलीज के इस फैसले का स्वागत किया है.