उमरिया। शारदा कॉलोनी में चल रही एक फर्जी बैकिंग कंपनी के ऑफिस में मंगलवार की दोपहर एसडीएम शाहिद खान ने छापा मारकर दस्तावेज जब्त कर लिए। इस मामले में कंपनी के सीएमडी ओबीजीत विश्वास के खिलाफ धारा 420, 467, 468 के तहत अपराध पंजीबद्घ कर लिया गया है।
फर्जी बैंकिंग कंपनी पिछले एक महीने से उमरिया में संचालित थी लेकिन इस कंपनी का न तो कहीं रजिस्ट्रेशन था और न ही कंपनी के पास किसी भी प्रकार का कोई लायसेंस था। इस कंपनी के कार्यकर्ताओं द्वारा ग्रामीणों को एक महीने, दो महीने में पैसे डबल करने का लालच देकर एक महीने के अंदर 12 लाख रुपए जमा करा लिए गए। जमा किए गए 12 लाख रुपए को सीएमडी ओबीजीत विश्वास ने अपने नाम पर बैंक में जमा करवा लिए हैं। पुलिस ने अपराध पंजीबद्घ करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
कलेक्टर को मिली थी गोपनीय शिकायत
जिला मुख्यालय स्थित शारदा कालोनी में कमाल खान के घर में तथा कथित निधि कंपनी (चिटफंड कंपनी) के खुलने की गोपनीय शिकायत कलेक्टर को मिली थी। पुलिस एवं राजस्व के दल ने कमाल खान के घर में छापामार कार्यवाही की जिसमें कंपनी के सीएमडी के रूप में ओबीजीत पिता सुशांत विश्वास उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड नं. 3 मस्जिद मोहल्ला परासिया जिला छिंदवाड़ा सहित चार अन्य कर्मचारी मिले । रिकार्ड खंगाला गया जिसमें 12 लाख 1 हजार 300 रूपये लोगो से जमा करना बताया गया।
उक्त राशि ओबीजीत विश्वास ने अपने निजी बैंक खाते में डाला है। जिसमें से 4.50 लाख उनके खाते में शेष बताया जा रहा है बाकी राशि कर्मचारियों को वेतन एवं कमीशन देने आदि में व्यय बताई गई है। इसी तरह इस कंपनी द्वारा नान बैकिंग फाइनेसियल कंपनी के रूप में कार्य किया जा रहा है। इस कंपनी के पास रिजर्व बैंक आफ इंडिया से निधि कंपनी को चलाने का कोई लायसेंस नही हे। इस कपंनी का आरबीआई बैंक में रजिस्ट्रेशन भी नही है।
अनुविभागीय अधिकारी बांधवगढ़ शाहिद खान ने बताया कि जांच में बैकिंग कार्य करने संबंधित कोई भी दस्तावेज वैधानिक रूप से नहीं पाया गया है। उक्त चिटफण्ड कंपनी को सीज करते हुए संबंधित के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर करने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर केजी तिवारी ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि चिटफण्ड कंपनियों में निवेश किसी भी दशा में नही करें।
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