सितारगंज : फर्जी चिट फंड कंपनियों पर शिकंजा कसने के लिए सहकारिता विभाग ने अभियान चला दिया है। विभाग की टीम ने क्षेत्र में चल रही छह कंपनियों की जांच की। सहारा समेत किसी भी कंपनी के पास क्षेत्र में चिट फंड सोसायटी संचालित करने का अनुमति पत्र नहीं मिला। सहकारिता विभाग जांच रिपोर्ट शासन को भेजेगा।
शुक्रवार को अपर जिला सहकारिता अधिकारी जीवन सिंह अधिकारी एडीओ सहकारिता नवल शर्मा और गोविंद रावत की टीम ने शहर में चल रही क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों की जांच की। टीम ने अनंत निधि, सहारा इंडिया, रुबी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी, कैमुना क्रेडिट सोसायटी और पृथ्वी क्रेडिट सोसायटी की जांच की। जांच में किसी भी सोसायटी के पास वैध दस्तावेज नहीं मिले। सहारा में तीन सोसायटी चलती मिलीं। अपर जिला सहकारिता अधिकारी ने बताया कि रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार किसी बैंक ने केवाईसी समेत कोई दस्तावेज नहीं ले रखा है। सभी कंपनियां पैसा वसूली भी कर रही हैं। बताया कि इनमें से किसी के पास राजस्थान के पास पंजीकरण है तो किसी के पास मध्य प्रदेश का। किसी कंपनी ने राज्य सरकार से चिट फंड कंपनी चलाने की अनुमति नहीं ली है। बताया कि इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
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