नई दिल्ली : सारदा चिटफंड घोटाला मामले में पार्टी और सरकार के बीच किसी तरह के ‘विरोधाभास’ की बात को खारिज करते हुए भाजपा ने आज कहा कि तीन एजेंसियां मामले की जांच कर रहीं हैं और सरकार ने इस संबंध में क्लीनचिट नहीं दी है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के एक बयान के विरोधाभासी स्वर में बोलती दिखाई दी। कार्मिक मामलों के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में कहा कि जांच में अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि सारदा चिटफंड का पैसा बांग्लादेश में आतंकवादी गतिविधियों में लगाया गया था। हालांकि भाजपा अध्यक्ष ने कोलकाता की अपनी रैली में इस तरह के तार जुड़े होने का आरोप लगाया था।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘कुछ खबरों में दावा किया गया है कि सारदा चिटफंड घोटाले को लेकर सरकार और पार्टी के बीच विरोधाभास हैं। मैं साफ कर दूं कि इस तरह का कोई विरोधाभास नहीं है।’ उन्होंने कहा कि शाह ने रविवार को कोलकाता में जो कहा था वह सार्वजनिक हुईं खबरों के आधार पर था। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, ‘लंबे समय से यह बात सार्वजनिक तौर पर है कि सारदा चिटफंड घोटाले के पैसे को पश्चिम बंगाल में आतंकी गतिविधियों के लिए लगाया गया और सीबीआई इसकी जांच कर रही है।’
भाजपा नेता ने कहा, ‘सार्वजनिक खबरों के आधार पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ बातें कही थीं। अब मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी कहा है कि इसकी जांच सीबीआई कर रही है।’ सिंह ने कहा, ‘सरकार ने इस मामले में कोई क्लीनचिट नहीं दी है। कोई हड़बड़ी नहीं है। जांच होने दीजिए। सच सामने आएगा।’
तृणमूल कांग्रेस सांसदों द्वारा दिखाई गयी सहारा की कथित लाल डायरी में भाजपा अध्यक्ष का नाम होने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि यह काल्पनिक डायरी है और तृणमूल कांग्रेस को तथ्यों के आधार पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘तृणमूल पश्चिम बंगाल में घिर गयी है। फिर चाहे सारदा मामला हो, जिसमें उसके कई सांसद जेल में हैं। सीबीआई जांच चल रही है। इसी तरह बर्दवान मामले में तृणमूल कांग्रेस के लोगों के घरों में प्रयोगशालाएं मिली हैं और कई चीजें सामने आ रहीं हैं। इसलिए वे इस तरह के बयान दे रहे हैं। यह सब अटकलबाजी है।’