बालोद। साहब मेरे पास 1600 करोड़ की संपत्ति है तथा देनदारी 1200 करोड़ की है। सरकार ने मेरी संपत्ति सील की हुई है, प्रापर्टी बेचने पर रोक लगा दी गई है। मेरी पूरी संपत्ति ले लो और बेचकर निवेशकों का सारा पैसा लौटा दो, लेकिन मेरे बधो को छोड़ दो। मेरी पत्नी भी जेल में है। मेरा बेटा पुलिस के डर से मारा-मारा फिर रहा है। मैं भी पुलिस के कब्जे में हूं, साहब मुझे भी मत छोड़िये मेरी पत्नी को भी मत छोडिये मेरे पैसे भी ले लो मगर मेरे इकलौते बेटे को छोड़ दो। यह बातें साईं प्रसाद चिटफंड कंपनी के डॉयरेक्टर बाबा साहब भापकर ने गिरफ्तारी के उपरांत पूछताछ में कही।
जिला अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक गायत्री सिंग, एसडीओपी अभिषेक महेश्वरी ने बुधवार को बाबा साहब भापकर से कड़ी पूछताछ की। कल तक सैकड़ों सुरक्षा जवानों से घिरे महंगे सूट और टाई लगाए रहने वाले बाबा साहब भापकर बड़ी हुई दाढ़ी तथा हाप बांह की टी-शर्ट में पुलिस के जवानों से घिरे अपनी एवं अपनी पत्नी की गिरफ्तारी से कम अपने भटकते हुए बेटे के मोह में पूरी तरह टूट चुके हैं। देश भर में 5000 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले बाबा साहब भापकर को गिरफ्तारी कर बालोद लाया गया। बुधवार को उनसे कड़ी पूछताछ की गई। इसमें भापकर ने कई जानकारियों दी।
बालोद जिले सहित देश भर में विभिन्ना विभिन्ना नामों से कंपनियां संचालित कर आकर्षक एवं लुभावने स्क्रीम का लालच देकर तथा कम समय में रकम को दोगुने करने का झांसा देने के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी अत्याधिक कमीशन का लालच देकर राशि जमा कराई जाती थी, परंतु वापस नहीं की जाती थी। बाबा साहब भापकर की गिरफ्तारी से बालोद जिले ही नहीं अपितु देशभर के हजारों लोगों ने राहत महसूस की है।
ठगी करने वाली सबसे बड़ी कंपनी
सांई प्रसाद लिमिटेड के डॉयरेक्टर बाबा साहब भापकर जालसाजी में राज्य भर में ठगी करने वाली सबसे बड़ी कंपनी के संचालक माने जा रहे हैं। पूछताछ में भापकर ने बताया कि मामले में पुलिस कार्रवाई के बाद पुलिस से बचने अलग-अलग नामों का सिम इस्तेमाल करते थे। वहीं बीच बीच में ठिकाना भी बदलता था। साथ ही पुलिस की गतिविधियों की भी जानकारी लेता था।
गिरफ्तारी पर अचंभित है भापकर
बाबा साहब भापकर अपनी गिरफ्तारी को लेकर अब भी अचंभित है। क्योंकि उसने अपने बचाव व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। अधिकतर वह दूसरों के नाम के सिम इस्तेमाल करने के साथ रोज अपने ठिकाने बहला करता था। रात कहां रुकना है। इस बात की जानकारी उसके सुरक्षाकर्मी को भी नहीं हो पाती थी तथा ज्यादातर बात हॉटलाइन के माध्यम से किया करता था। ताकि मोबाइल के फेर में न पड़े। साथ ही साथ सुरक्षा की दृष्टिकोण को देखते हुए कंपनी व स्वयं के वाहनों के इस्तेमाल करने के बजाय नियमित ट्रैवल्स एजेंसियों से वाहन मंगवा कर इस्तेमाल करता था। ताकि किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इतना एहतियात बरतने के बाद भी जो कार्य 8 राज्यों की पुलिस छः वर्षों में नहीं कर सकी वह कार्य बालोद पुलिस ने छः माह में कर दिया।
शेख आरिफ हुसैन
जिला पुलिस अधीक्षक
साईं प्रसाद प्रापर्टी लिमिटेड के डॉयरेक्टर बाबा साहब भापकर को पकड़कर बालोद लाया गया हैं। जमाकर्ताओ के पैसे वापस मिल सके यह प्रयास किया जा रहा है।
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