इंदौर - दिल्ली की एक चिटफंड कंपनी द्वारा लोगों के साथ करोड़ों रूपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह कंपनी लोगों को चेक देकर करोड़ों रूपये बाउंस करवा चुकी है। इसी मामले को लेकर ग्राहकों ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर से लिखित शिकायत की है। कलेक्टर पी. नरहरि ने लोगों को आश्वासन दिया है कि कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
संभावना यह जताई जा रही है की अगर समय रहते हुए कंपनीअगर ग्राहकों का पैसा वापस नहीं की तो कंपनी की संपत्ति प्रशासन जब्त कर सकती है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2003 में इंदौर स्थित मेट्रो टावर मेंं चिटफंड कंपनी जीएन ग्रप आॅफ कंपनी की शुरूवात हुई है। यह कंपनी मुख्यत दिल्ली की है। कंपनी का मालिक सतनाम सिंह रंधवा है जो मुख्यत दिल्ली में ही रहते है। इंदौर में कंपनी बलजीत शर्मा चलाते है। परेशान ग्राहकों ने बताया कि कंपनी शुरूवाती दौर में ग्राहकों को स्कीम के अनुसार लाभ मिलता रहा। जिसका परिणाम यह रहा है कि कंपनी बहुत कम समय में ही इंदौर और उसके आस- पास के जिलों में बहुत तेजी से ग्राहक बनाना शुरू की। ग्राहकों को परेशानी वर्ष 2013 से आनी शुरू हुई। लेकिन उस समय ग्राहक इस मामले को हल्के में लिए। लेकिन धीरे - धीरे जब ग्राहक परेशान होने लगे तो इस मामले की शिकायत कलेक्टर से किए। बताया जा रहा है कि इंदौर और उसके आस- पास के क्षेत्रों में कुल मिलाकर चालीस हजार के आस- पास ग्राहक है।
पहले भी कई बार की जा चुकी है शिकायत
चिटफंड कंपनी जीएनग्रुप आॅफ कंपनी के धोखाधड़ी की शिकायत आज कोई पहली बार नहीं हो रही है। बल्कि इससे पहले भी ग्राहकों ने तत्कालीन एसडीएम सपना शिवाले से इस मामले में लिखित शिकायत की थी। उस दौरान एसडीएम के कड़े निर्देश के बाद कंपनी के मैनेजर बलजीत शर्मा ने कुछ समय तक ग्राहकों का पैसा बारह प्रतिशत वार्षिक ब्याज के आधार पर लौटाते रहे। लेकिन कुछ समय के बाद कंपनी फिर पुराने ठर्रे पर काम करना शुरू कर दिया। परेशान ग्राहकों ने बताया कि वर्ष 2013 से 16 तक कंपनी ने जितने भी ग्राहकों को चेक दिए है वह सभी चेक बाउंस हो गए हैं। इस तरह से करोड़ों का चेक अब तक बाउंस हो चुका है।
हर तीन महीने में बढ़ा देती है समय
परेशान ग्राहकों ने बताया कि जब हम लोग अपना पैसा मांगने के लिए कंपनी के कार्यालय में जाते है तो बार- बार तीन महीने का समय देकर कंपनी के अधिकारी लोगों को लौटा देते है। इस तरह से हम लोग करीब तीन या चार बार कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर चुके है, लेकिन मामले का कोई समाधान नहीं होता है। परेशान ग्राहकों में राजेन्द्र सिंह जादौनख् लखन जायसवाल और सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि कंपनी के पास इंदौर और उसके आस- पास स्थित स्थानों पर करीब पच्चास करोड़ की संपत्ति है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन इन संपत्तियों को जब्त करे तब कहीं जाकर कंपनी ग्राहकों का पैसा वापस करने पर विचार कर सकती है।
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