जगदलपुर। बस्तर में काफी बरसों से सक्रिय कथित रूप से नान बैंकिंग कंपनी रोज वेली का स्थानीय दफ्तर सील कर दिया गया है। एक शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस कंपनी के ब्रांच मेनेजर समेत अन्य लोगों के बयान दर्ज कर रही है। वहीं कंपनी के दस्तावेज भी तलब किए गए हैं।
कुम्हारपारा स्थित रोज वेली कंपनी टूर पैकेज के लिए किश्तें जमा कराने का दावा करती है जबकि इसके एजेंट लोगों को निवेश दोगुना करने का झांसा देकर रुपए लगाने का प्रलोभन देकर रुपए जमा करवा रहे हैं। कोतवाली पुलिस ने मामले में तफ्तीश शुरू कर दी है। जांज के दौरान कंपनी को दफ्तर व कामकाम बंद रखने कहा गया है। उल्लेखनीय है कि इसी कंपनी की एक अन्य यूनिट रोज वेली रियल स्टेट प्रालि के खिलाफ सेबी की जांच संस्थित है। इसके जीएम समेत अन्य अधिकारी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं रोज वेली कंपनी के कोंडागांव दफ्तर को भी पिछले दिनों सील किया गया था। इसके खिलाफ एसडीएम के द्वारा जांच की जा रही है। कोतवाली पुलिस में कंपनी के स्थानीय शाखा के विरुद्ध किए गए शिकायत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को शाखा प्रबंधक सौमित्र शाह समेत कर्मचारियों को तलब किया। उनसे बयान दर्ज किए गए है। साथ ही दस्तावेज भी जब्त कर जांच की जा रही है। सौमित्र शाह ने पुलिस को बताया है कि कंपनी नॉन बैंकिंग फर्म तथा कंपनी एक्ट के तहत पंजीकृत है। इसके द्वारा देश के विभिन्न बड़े होटलों में ठहराने के लिए अलग-अलग पैकेज रखे जाते हैं। ग्राहकों से किश्तों में रकम जमा करवाई जाती है। स्थानीय दफ्तर में पांच वेतनभोगी कर्मचारी हैं तथा तीन सौ से अधिक एजेंट हैं। एजेंटों को निवेश के हिसाब से कमीशन दिया जाता है। प्रति माह करीब 35 से 40 लाख रुपए का टर्न ओवर है। बीएम ने पुलिस को जांच में पूरी तरह सहयोग की बात कही है। वहीं सूत्र का कहना है कि रोज वेली के द्वारा एजेंटों को भारी-भरकम कमीशन देकर लोगों को गुमराह कर रकम ऐंठ रही है।