पार्थ सिन्हा/नम्रता सिंह, नई दिल्ली: भले ही योग और एफएमसीजी का संयोजन एक-दूसरे से एकदम उलट हो (योग आंतरिक शांति के लिए और एफएमसीजी बाहरी सौंदर्य के लिए) लेकिन बाबा रामदेव ने इन दोनों ही क्षेत्रों में एकदम सटीक 'आसन' लगाया है। 'आसान, योग' से दुनिया भर में लोकप्रिय हुए रामदेव को उनके डेली यूज एफएमसीजी प्रॉडक्ट्स जिनमें साबुन से लेकर मस्टर्ड तेल और कॉर्नफ्लैक्स तक के दम पर इस इंडस्ट्री में भी अपनी धाक जमा दी है।
बाबा रामदेव का ब्रैंड बहुत तेजी के साथ बढ़ा है। इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक एफएमसीजी प्रॉडक्ट्स बनाने वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद का वित्त वर्ष 2014 में टर्नओवर 1,200 करोड़ रुपये रहा , जो इसके पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 850 करोड़ रुपये अधिक है। पिट्टी ग्रुप के सीईओ आदित्य पिट्टी के मुताबिक इस वित्त वर्ष में पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर 2,000 करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है जो 2014 की तुलना में 67 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है।
पिट्टी पतंजलि के जनरल ट्रेड बिजनस का मुंबई डिस्ट्रीब्यूटर और इसके मॉडर्न ट्रेड बिजनस का अखिल भारतीय डिस्ट्रीब्यूटर है।
वर्तमान में पतंजलि की पहुंच पर्सनल और फूड प्रॉडक्ट्स की सभी कैटिगरीज में है, जिनमें साबुन, शैंपू, डेंटल केयर, बाम, स्किन क्रीम्स, बिस्किट्स, घी, जूस, शहद, आटा, सरसो तेल, मसाला, चीनी और कई अन्य चीजें शामिल हैं। अगर पतंजलि के इस साल के 2,000 करोड़ रुपये के अनुमान को आधार बनाएं तो बाबा रामदेव का एफएमसीजी बिजनस इमामी ग्रुप (1,700 करोड़) से ज्यादा और मैरिको (करीब 4000 करोड़) के आधे के बराबर हो जाएगा।
यह तब है जबकि पतंजलि के प्रॉडक्ट्स की कीमतें इसके प्रतिद्वंद्वंयों की तुलना में कम है। साथ ही कंपनी ऐडवर्टाइजमेंट्स पर बहुत ही कम पैसे खर्च करती है। इसकी तुलना में बड़ी एफएमसीजी कंपनियां अपने सेल का 20-30 फीसदी हिस्सा ऐडवर्टाइजमेंट्स पर खर्च करती है।