पुलिस ने 7 चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों को पैसा लौटाने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए पुलिस ने सेबी, कलेक्टर व अन्य संबंधित अधिकारी, कार्यालयों को पत्राचार किया है। पत्र के माध्यम से सभी चिटफंड कंपनियों से संबंधित जानकारी दी गई है ताकि जिले के निवेशकों के डूबे हुए पैसे जल्द वापस मिल जाए। सिर्फ दो चिटफंड कंपनियों के खिलाफ आदेश जारी होने के बाद कहा जा रहा था कि बाकी चिटफंड कंपनियों में पैसा निवेश करने वाले लोगों को राहत मिल पाएगी या नहीं? पुलिस ने भी बाकी चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है।
निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में कुछ पैसे तो मिल जाएगा। सेबी की नजर भी चिटफंड कंपनियों पर है। पिछले सप्ताह ही दो चिटफंड कंपनियों को आदेश जारी किया है कि वे तीन माह के अंदर निवेशकों को पैसा लौटाए। माना जा रहा है कि तीन माह के बाद निवेशकों को पैसा मिल जाएगा।
निवेशकों को पैसा दिलाने किया पत्राचार
चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को पैसा वापस मिलें, इसके लिए क्या प्रयास किया जा रहा है? निवेशकों को पैसा मिल सकें, इसके लिए सेबी व अन्य संबंधितों को पत्राचार किया गया है। पिछले सप्ताह सेबी ने दो चिटफंड कंपनियों के खिलाफ आदेश जारी किया है
ज अब तक सिर्फ दो चिटफंड कंपनियों को आदेश जारी किया है? बालोद और दल्लीराजहरा थाना में दर्ज चिटफंड कंपनियों से संबंधित जानकारी लेकर सेबी को पत्र भेजा गया है।
राजहरा थाने में 6 व बालोद में 3 मामले दर्ज
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सेबी के माध्यम से निवेशकों को पैसा लौटाया जाएगा। इसलिए यह बता नहीं पा रहे हैं कि कब तक कितने निवेशकों को पैसा मिल पाएगा। ज्ञात हो कि जिले में कुल 9 मामला दर्ज है। जिसमें दल्लीराजहरा थाना में छह व बालोद थाना में तीन मामले शामिल हैं।
निवेशकों की संख्या 25 हजार से अधिक
पुलिस के अनुसार जिले में 9 चिटफंड कंपनियों में 25 हजार से अधिक निवेशकों ने अपना पैसा निवेश किए है ताकि पैसा दोगुना, तीगुना हो जाए लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। हालांकि पुलिस वास्तविक आंकड़ा नहीं बता पा रही है कि कुल कितने लोगों का पैसा डूबा है।
दो साल से कार्रवाई कंपनियों के दफ्तर बंद
दो साल के अंदर आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। चिटफंड कंपनियों के अब दफ्तर नहीं के बराबर अब चल रहे हैं। लेकिन एक भी निवेशकों को पैसा नहीं मिल पाया है। जिला पुलिस कार्यालय से बालोद और राजहरा थाने से जानकारी मांगी गई है कि कौन सी कंपनी में कितने निवेशकों ने पैसा जमा किया है।
600 करोड़ का कारोबार कर चुकी है कंपनी
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार जिले में 9 चिटफंड कंपनी सांई प्रसाद प्रापर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी, एपीजी लैंड डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड, जेएसबी रियल इंन्फ्रा. इंडिया लिमिटेड, यालको सेविंग एंड क्रेडिट को-आँपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, उन्नति ब्रिडिंग एंड रिडिंग फार्मस इंडिया लिमिटेड, उन्नति रियल स्टेट वेनचर प्राइवेट लिमिटेड, यूजर लाइट रियलकोन इंस्ट्राफक्चर लिमिटेड, दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड, बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड और श्रीराम रियल स्टेट बिजनेस साल्युशन चिटफंड कंपनी पुलिस की गिरफ्त में आने के पहले जिले में 600 करोड़ रुपए का कारोबार कर चुकी है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मामला दर्ज होने के पहले ही ज्यादातर कंपनी के मैनेजर व मुखिया पैसा लेकर भाग गए, जब पकड़ाए तो पैसा नहीं था।
बालोद थाना में कुल तीन चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज है। सभी मामले में आरोपी गिरफ्तार है। प्रेमचंद साहू, टीआई, बालोद
राजहरा थाना मेें मामला दर्ज होने के बाद आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है। निवेशको को जल्द पैसा मिलें, इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। बीआर नाग, टीआई, दल्लीराजहरा
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