बिलासपुर. शहर के अग्रसेन चौक स्थित चिटफंड कंपनी "पल्स गोल्ड रियल स्टेट इंडिया" लिमिटेड का संचालक राजेश त्रिपाठी गरीबों का पैसा गैर कानूनी तरीके से जमा करके चार साल में ही अरबपति बन गया। शुक्रवार को सिविल लाइन पुलिस ने जब इस कंपनी के दफ्तर में छापेमारी की, तब यह राज खुला।
कंपनी के जमा फंड और रजिस्टर्ड जमीनों के दस्तावेज देखकर एकबारगी तो पुलिस भी दंग रह गई। सिविल लाइन सीएसपी लखन पटले ने कंपनी संचालक को नोटिस जारी कर सभी जमा रकम व अन्य दस्तावेजों के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने कहा है।
एसपी के निर्देश पर जिले की पुलिस अलग-अलग क्षेत्रों में संचालित चिटफंड कंपनियों के कार्यालयों पर छापेमारी कर रही है। एक दिन पहले ही पुलिस ने यहां चिटफंड कंपनी के संचालक युवक-युवती को गिरफ्तार किया था। इसके बाद शुक्रवार की दोपहर सिविल लाइन सीएसपी ने दलबल सहित अग्रसेन चौक स्थित पल्स गोल्ड नामक एक चिटफंड कंपनी के दफ्तर में दबिश दी।
दस्तावेज खंगालने पर पता चला कि इस कंपनी के सरायपाली बसना क्षेत्र के एजेंट ने ही अकेले तीन करोड़ से अधिक का फंड जमा कराया है। पूछताछ में कंपनी का एमडी राजेश त्रिपाठी सही हिसाब नहीं दे सका। पुलिस ने उसे नोटिस जारी कर सभी दस्तावेज थाने में जमा करने के लिए कहा है।
जनता के धन से जमीन खरीदता है संचालक
पुलिस की पूछताछ में कंपनी के एमडी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि कंपनी लोगों से जो पैसे जमा कराती है, उससे जमीन खरीदती है। जमा मद का समय पूरा होने पर ग्राहक चाहे तो ब्याज के साथ अपना जमा पैसा ले, या फिर जमीन। कंपनी खरीदी गई जमीन में ग्राहक को 20-30 वर्गफीट का पार्टनर बनाती है। अंत में ग्राहक कंपनी से पैसा ले लेता है और जमीन कंपनी के नाम पर आ जाती है, जिसे संचालक कई गुना फायदे पर बेचता है।
राज्य के कई जिलों में कंपनी की जमीन
पल्स गोल्ड के एमडी राजेश त्रिपाठी ने पुलिस को बताया उसने कंपनी के जमा फंड से रायगढ़ में दस एकड़, बिलासपुर में लगभग तीन करोड़ की जमीन ली है। कुछ अन्य स्थानों पर भी पांच-दस एकड़ जमीन ली गई है।
ग्राहक को दे दिया जनवरी 2016 का चेक
गतौरी निवासी जगदीश मानिकपुरी ने पल्स गोल्ड में पैसे जमा किए थे। उसकी मेच्युरिटी का समय नजदीक आया तो उसने कंपनी से रुपए समय पर देने को कहा। इस पर अपना क्रेडिट बनाने के लिए एमडी ने जनवरी 2016 की तारीख का ढाई लाख रुपए का चेक दे दिया।
संचालक और सहयोगी दो दिन की पुलिस रिमांड पर
श्रीकांत वर्मा मार्ग पर चिटफंड कंपनी चलाकर लाखों रुपए लेकर भाग जाने वाले संचालक व उसकी महिला पार्टनर को तारबाहर पुलिस ने कोर्ट से दो दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस उनसे कई बिंदुओं पर पूछताछ करेगी। कंपनी के संचालक व मध्य प्रदेश के छतरपुर निवासी मनीष निगम और उसकी सहयोगी राजाजी पुरम लखनऊ उत्तर प्रदेश निवासी दीपा निगम काफी दिनों से फरार थे।पुलिस ने दो दिन पहले ही उन्हें दिल्ली के प्रीतमपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है।
तीन पार्टनर में दो ने छोड़ी कंपनी, पुलिस लगा रही पता
पल्स गोल्ड कंपनी के संचालन में एमडी राजेश त्रिपाठी के साथ अकलतरा का केशव जायसवाल और गोल बाजार में किराय से रहने वाला प्रदीप जैन भी पार्टनर था। राजेश का कहना है कि इन लोगों ने दो साल पहले ही कंपनी छोड़ दी। हालांकि राजेश उनका सही पता नहीं बता रहा है।
सिविल लाइन सीएसपी लखन पटले ने बताया किअग्रसेन चौक स्थित पल्स गोल्ड नामक चिटफंड कंपनी के दफ्तर में छापेमारी की गई है। जांच के बाद संचालक पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। लखन पटले, सीएसपी सिविल लाइन
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