रायपुर - देवयानी प्रॉपर्टीज लिमिटेड (चिटफंड कंपनी) प्रकरण में गिरफ्तार पिछड़ा वर्ग विकास संगठन के नेता सूरज निर्मलकर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कर दिया गया, जबकि ब्रांच मैनेजर रमेश सैनी को पुलिस ने 4 दिन की पुलिस रिमांड में लिया है। पुलिस सैनी से कई सच उगलवा सकती है।
पुलिस देवयानी प्रॉपर्टीज का एचबीएन चिटफंड कंपनी से कनेक्शन भी तलाश रही है। पुलिस इस बात से इंकार नहीं कर रही है कि दोनों में कोई कनेक्शन नहीं है। सूत्र बताते हैं कि ब्रांच मैनेजर सैनी इस कनेक्शन के तार जोड़ने में अहम किरदार हो सकता है। देवयानी और एचबीएन दोनों ही धमतरी से ऑपरेटेड कंपनियां रही हैं, दोनों के डाइरेक्टर भी धमतरी के बताए जा रहे हैं। देवयानी प्रॉपर्टीज का डाइरेक्टर रमेश चौधरी धमतरी जेल में बंद है। रविवार रात तेलीबांधा के ऐश्वर्या अपार्टमेंट के पीछे निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स में दबिश देकर चिटफंड के कारोबार का भंडाफोड़ किया था, जहां एक ही कमरे में कंपनी के एजेंट गोपनीय रूप से निवेशकों की बैठक ले रहे थे। कार्रवाई सिविल लाइन्स सीएसपी संजय ध्रुव के नेतृत्व में की हुई थी, जिसमें 12 एंजेट समेत नेता सूरज निर्मलकर को हिरासत में लिया गया था, जिनके विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया था। इसमें जिन लोगों को लालच देकर निवेश करवाया गया, वे सभी ग्रामीण हैं।
ब्रांच मैनेजर से होगी पूछताछ
बिल्कुल, एचबीएन से लिंक से इंकार नहीं किया जा सकता है। हम सभी बिंदुओं पर काम कर रहे हैं। आरोपी ब्रांच मैनेजर को 4 दिन की रिमांड पर लिया गया है। उससे पूछताछ की जाएगी, उसमें कई और खुलासे होने की संभावना है।
- नीरज चंद्राकर, एडिशनल एसपी सिटी
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