मुंबई: स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की बेटी और महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे पर कांग्रेस ने 206 करोड रुपये के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है, कांग्रेस ने इस मामले में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस को भी लपेटे में लिया है। कांग्रेस का आरोप है कि नियमों का उल्लंघन कर 206 करोड़ रुपये के सामान की ख़रीद की गई और इसके लिए ऑर्डर एक ही दिन के अंदर दिया गया, ख़रीद का ये ऑर्डर खाने के सामान, किताबों और खाना बनाने से बर्तनों से जुड़ा है।
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने पंकजा मुंडे पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुंडे ने नियमों की अवहेलना कर आदिवासी स्टूडेंट्स के लिए खरीदी जाने वाली चीजों के लिए कॉन्ट्रैक्टर को ठेका दे दिया था बिना टेंडर के मनपसंद कंपनी को ऑर्डर दिए गए। बच्चों को दूषित खाना दिया जा रहा है। इसकी हाईकोर्ट के जज से जांच होनी चाहिए। सीएम भी इसके लिए बराबर के जिम्मेदार हैं।'' कांग्रेस का आरोप है कि ख़रीद से पहले ख़रीद का आंकलन नहीं किया गया।
क्या-क्या गड़बड़ीयां हुई ?
* चिक्की के लिए 80 करोड़ रुपए का ठेका दे दिया गया। जिस एनजीओ को ठेका दिया गया सरकार को उसकी निर्माण इकाई व क्षमता के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
* बच्चों के लिए 5.6 करोड़ रुपए की किताब खरीदी गई। जिसके भुगतान के लिए चेक कंपनी के नाम से नहीं, प्रकाशक प्रेस-मालिक के निजी खाते के नाम से जारी किया गया था।
* 4500 करोड़ रुपए की लागत से वाटर फिल्टर लगाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी, जिसमें नियमों की अवहेलना करते हुए मुंडे की टीम ने ऑर्डर एक ऐसी कंपनी को दे दिया, जिसके पास निर्माण इकाई (मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट) ही नहीं था।
* 6 और 18 करोड़ रुपए के दो ठेके दो कंपनियों को दिए गए तथा एक ही मशीन को खरीदने के लिए दो जीआर जारी किए गए जिन मशीनों का उपयोग बच्चों का वजन मापने के लिए होना था।
* मात्र 720 रुपए लागत की मेडिकल किट को 500 रुपए की बता दिया गया। कहा जा रहा है कि मुंडे ने कंट्रैक्टर को केवल 500 में ही दवा देने के लिए कहा था।
पंकजा टि्वटर पर निशाने पर
घोटाले का आरोप लगने के बाद पंकजा सोशल साइट ट्विटर के यूजर्स के निशाने पर आ गईं है। #PankajaMunde बुधवार दोपहर ट्रेन्डिंग टॉपिक में रहा। ट्विटर यूजर्स इसे महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार का पहला घोटाला बता रहे हैं।