धमतरी. शहर में चिटफंड कंपनियों की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही है। अब तक दर्जनभर कंपनियों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। गुरूवार को पुन: एक पीडि़त महिला ने चिटफंड कंपनी की शिकायत लेकर थाना पहुंची थी। महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
शहर के महंत घासीदास वार्ड निवासी बाल बाई (38) पति मनोहर बंजारे गुरूवार को कोतवाली थाना पहुंचकर माइक्रो फाइनेंस कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। महिला ने बताया कि वह सिहावा चौक में सब्जी बेचकर किसी तरह अपना परिवार चला रही है। इस बीच 3 साल पहले ग्राम सारंगपुरी निवासी चिटफंड कंपनी के एजेंट प्रदीप कुमार उसके पास आया और कंपनी में राशि जमा करने पर कम समय में उनकी राशि दुगुना हो जाने की बात कही। वह कंपनी में पैसा जमा नहीं कराना चाहती थी, इस कारण वह उस एजेंट को लौटा दिया। फिर बार-बार एजेंट आकर उन्हें सब्जबाग दिखाने लगे। युवक के लगातार आने पर उसने कंपनी पर विश्वास कर रोजाना 20 रुपए अर्थात महीने में 600 रुपए जमा करना शुरू कर दिया। लगातार 3 साल तक उसने चिटफंड कंपनी में पैसा जमा कराया। करीब 20 हजार रुपए से ज्यादा उन्होंने कंपनी में राशि जमा कराई है, लेकिन मियाद पूरा होने पर जब राशि वापसी का समय आया, तो एजेंट ने आना ही छोड़ दिया।
एजेंट की बेरूखी
एजेंट से मिलने के लिए उनके घर सारंगपुरी भी गई, लेकिन छह महीने के भीतर उनकी पूरी राशि मिल जाने का आश्वासन मिला। इस बात को आज सालभर बीत गया, अब तक उन्हें गाड़ी कमाई की जमा राशि वापस नहीं मिली। यही नहीं म्युनिसिपल स्कूल के पास स्थित कंपनी के दफ्तर में भी ताला लग गया, ऐसी स्थिति में वे ठगा सा महसूस कर रहे हैं। टीआई संतोष जैन ने उसकी शिकायतों को गंभीरता से सुनने के बाद मामला दर्ज कर जांच कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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