राजनांदगांव। सहकारी साख समिति के नाम पर लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने के बाद प्रशासन ने अब क्रेडिट को-आपरेटिव सोसाइटियों पर भी चिटफंड कंपनियों की तरह शिकंजा कसने का फैसला किया है। दो दिनों पहले इस तरह की तमाम सोसाइटियों के साथ बैठककर प्रशासन ने परिस्थितियों की समीक्षा की। फिर तय किया साख समितियों की नियमित निगरानी की जरूरत है। इसके लिए हर सोसाइटी के लिए एक-एक नोडल अफसर नियुक्त किए जाएंगे जो हर माह की स्टेटस रिपोर्ट प्रशासन को देंगे।
शक्ति नगर में संचालित राजनांदगांव क्रेडिट को-आपरेटिव सोसाइटी का अध्यक्ष प्रमोद मानिकपुरी लाखों की जमा रकम लेकर चंपत हो गया है। माहभर से लापता प्रमोद का कहीं कोई पता नहीं चल पाया है। इस बीच प्रशासन ने क्रेडिट सोसाइटियों को तलब कर उनके कामकाज की समीक्षा की और अब नियमित मानिटरिंग की भी स्थायी व्यवस्था बना दी। ताकि कोई उस तरह की गड़बड़ी न कर सके। एडीएम संजय अग्रवाल और एएसपी शशिमोहन ने यह बैठक 8 जून को एडीएम आफिस में ली। इसमें सहकारिता विभाग के अफसर भी मौजूद थे। नोडल अफसरों की नियुक्ति जल्द कर देने की बात बैठक में सोसाइटी संचालकों से कही गई है।
चेक की गई बैलेंस सीट
समीक्षा के लिए प्रशासन ने जिले में सक्रिय तमाम प्रकार की साख समितियों को बुलाया था। इसमें सामान्य रूप से काम करने वाली समितियों के अलावा पुलिस, अधिवक्ता, रेलवे, शिक्षक व सामाजिक क्रेडिट को आपरेटिव सोसाइटियां भी शामिल थीं। सभी की बैलेंस सीट और आय-व्यय से संबंधित तमाम दस्तावेजों को चेक किया गया। कई सोसाइटियों ने अपने आय-व्ययों का आडिट नहीं कराया है। उन्हें दस्तावेज दुरूस्त कराने की समझाइश दी गई। अफसरों ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार का लेनदेन नकद में न हो। पूरा काम बैंकों के माध्यम से ही हो।
निरीक्षण नहीं मार्गदर्शन
बताया गया कि नोडल अफसर हर माह सोसाइटियों में जाकर हिसाब-किताब चेक करेंगे। अगर कोई कमियां या गलती पकड़ में आई तो उसे ठीक कराने में मदद करेंगे। एडीएम ने बैठक में स्पष्ट किया है कि नोडल अफसर को किसी तरह के निरीक्षण का अधिकार नहीं रहेगा। वे केवल मार्गदर्शन देंगे। अगर गड़बड़ी मिली तो इसकी रिपोर्ट देंगे। इस बात पर जोर दिया गया कि कोई भी साख समिति नियमों के बाहर जाकर काम न करे। बैठक में लाखों रुपए लेकर फरार प्रमोद मानिकपुरी वाला मुद्दा छाया रहा।
मुखिया फरार, दो गिरफ्तार
लोगों के लाखों रुपए लेकर फरार प्रमोद मानिकपुरी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। इस प्रकरण में उसके सहयोगी रहे दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। एएसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी फरार है। उसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी हो जाएगी। उधर प्रमोद के चंगुल में फंसे हजारों लोग रुपए वापस पाने चक्कर काट रहे हैं। पुलिस ने उसके शक्तिनगर वाले आफिस में सील लगा दिया है।
साख समितियों के साथ सहकारिता के अफसरों को भी सचेत करना था। इस कारण बैठक बुलाई गई थी ताकि भविष्य में वैसी गड़बड़ी न हो। समय-समय पर समितियों की जांच निगरानी वगैरह चलती रहेगी।
- संजय अग्रवाल, एडीएम