जामताड़ा: नॉन बैंकिंग कंपनियों के 80-90 मामले जिले के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उन मामलों को मिलाकर एक साथ अनुसंधान करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन देकर ऐसे मामले जिनकी प्रकृति एक जैसी है व चिट करनेवाली कंपनी एक है, उन्हें एक साथ करने का आवेदन दिया है। ऐसा होने से इन मामलों की संख्या आठ से दस हो जाएगी और अनुसंधान करने में सुविधा होगी। उक्त बातें संताल परगना के पुलिस उपमहानिरीक्षक देवबिहारी शर्मा ने कही। वह सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण करने जामताड़ा पहुंचे। मौके पर डीआइजी ने कहा कि यह एक रूटीन प्रक्रिया है। वर्ष में एक बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण करना होता है।
संवाददाताओं द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में डीआइजी ने कहा कि भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण पुलिस लाइन का निर्माण जिले में नहीं हो पा रहा है। इसके लिए पुलिस प्रशासन प्रयत्नशील है। जैसे ही पुलिस लाइन के लिए भूमि उपलब्ध होगी निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। डीआइजी ने जिले में दर्ज मामलों व उनके अनुसंधान की प्रगति कार्य व अन्य दस्तावेजों की जांच की। बाद में, जिले के विभिन्न थानों व विभाग के वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की। मौके पर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ¨सह व अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
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