Nirmalkar including 13 chitfund accused prison
Admin | 07 January, 2016 | 749 | 3980
तेलीबांधा में रविवार को पकड़े गए जालसाज चिटफंड कंपनी के मैनेजर और 12 एजेंट के साथ पिछड़े वर्ग के संगठन के नेता सूरज निर्मलकर सोमवार को जेल भेज दिए गए।
पुलिस की जांच में पता चला है कि चिटफंड कंपनी में इनवेस्ट कराने और लोगों को झांसा देने में भी नेता की अहम भूमिका सामने आ रही है। इसके साथ ही उस पर लोगों के डूबे पैसे दिलवाने का झांसा देकर वसूली का भी आरोप है। सिविल लाइन सीएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि पिछले कुछ समय से तेलीबांधा में संचालित चिटफंड कंपनी देवयानी प्रॉपर्टीज को लेकर छह प्रार्थियों ने शिकायत की थी। महिलाओं ने पुलिस को बताया कि कंपनी की तरफ से पैसा दोगुना करने का झांसा दिया जा रहा था। इस झांसे में आकर उन्होंने अपने पैसे जमा कर दिए। इस मामले में पुलिस ने रविवार को कंपनी के छत्तीसगढ़ मैनेजर रमेश सैनी को पकड़ा। इस कंपनी का डायरेक्टर पिछले एक साल से धमतरी जेल में चिटफंड के मामले में जेल में बंद है।
पुलिस का दावा है कि कंपनी ने सैकड़ों लोगों से ठगी की है। पिछड़े वर्ग से जुड़े एक संगठन के नेता सूरज निर्मलकर को लेकर सीएसपी ने कहा कि कंपनी में लोगों को पैसा लगाने में इसकी खास भूमिका रही है। यही नहीं पैसा डूबने के बाद वह लोगों से अवैध तरीके से वसूली कर उनके पैसा दिलाने का दावा भी रहा था। सोमवार को आरोपी निर्मलकर, कंपनी के मैनेजर रमेश सैनी के साथ 12 एजेंट को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस दौरान आरोपियों के रिश्तेदार तेलीबांधा थाने और कोर्ट में जमे रहे। पुलिस का कहना है कि इस कंपनी की ठगी को लेकर और जांच की जा रही है। इसमें और लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है।
सामने आए फरियादियों से ठगे 44 लाख
पुलिस के अनुसार अभी तक आधा दर्जन फरियादियों ने ठगी की रिपोर्ट लिखवाई है। उन्हें झांसा देकर चिटफंड कंपनी 44 लाख 10 हजार रुपए ठगे। सभी को कम समय में पैसा दोगुना करने का झांसा दिया गया था। तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली 62 साल की उर्मिला लहरी से एक लाख, संजय से 9.60 लाख रुपए समेत छह लोगों से कुल 44 लाख रुपए निवेश कराए गए।
पुलिस की जांच में पता चला है कि चिटफंड कंपनी में इनवेस्ट कराने और लोगों को झांसा देने में भी नेता की अहम भूमिका सामने आ रही है। इसके साथ ही उस पर लोगों के डूबे पैसे दिलवाने का झांसा देकर वसूली का भी आरोप है। सिविल लाइन सीएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि पिछले कुछ समय से तेलीबांधा में संचालित चिटफंड कंपनी देवयानी प्रॉपर्टीज को लेकर छह प्रार्थियों ने शिकायत की थी। महिलाओं ने पुलिस को बताया कि कंपनी की तरफ से पैसा दोगुना करने का झांसा दिया जा रहा था। इस झांसे में आकर उन्होंने अपने पैसे जमा कर दिए। इस मामले में पुलिस ने रविवार को कंपनी के छत्तीसगढ़ मैनेजर रमेश सैनी को पकड़ा। इस कंपनी का डायरेक्टर पिछले एक साल से धमतरी जेल में चिटफंड के मामले में जेल में बंद है।