कौशांबी: कौशांबी इलाके में मल्टीलेवल मार्केटिंग का सपना दिखाकर 100 से ज्यादा लोगों से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी फजी कंपनी बनाकर की गई। कंपनी मालिक ने युवक-युवतियों को जल्द अमीर बनाने का सपना दिखाकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर रकम ली और कंपनी बंद कर फरार हो गया। ठगी का पता चलने के बाद पीड़ितों ने पुलिस से अब मामले की शिकायत की है। सोमवार को कौशांबी पुलिस कंपनी में पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। फिलहाल केस दर्ज नहीं किया गया है।
क्या है पूरा मामला
ठगी का शिकर हुई सुमन रावत, पार्थ, चंचल और मयंक ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले कंपनी की ओर से उन्हें फोन आया था। इसके बाद वे कंपनी के संपर्क में आए। कंपनी मालिक ने उन्हें बताया कि यह एक मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी है। कंपनी बिजनेस बढ़ाने के लिए लोगों को साथ जोड़ना चाहती है। कोई भी कम से कम 10 हजार रुपये देकर कंपनी से जुड़ सकता है। 10 हजार रुपये देने के बाद कंपनी की ओर से उन्हें 9 हजार रुपये कीमत का फ्लाइट का टिकट दिया जाएगा। ऐसे में उनकी तरफ से सिर्फ एक हजार रुपये ही कंपनी में इन्वेस्ट होगा। इसके बाद उन्हें और लोगों को कंपनी का मेंबर बनाना होगा। वे जितने ज्यादा मेंबर्स बनाते जाएंगे। मेंबर्स के हिसाब से उनका कमीशन भी बढ़ता जाएगा। कंपनी मालिक ने यह भी बताया था साल भर में अगर एक भी मेंबर न बना पाने की सूरत में उनकी ओर से लगाए गए रुपये वापस कर दिए जाएंगे। पुलिस को दी शिकायत में सुमन ने बताया है कि उन्होंने करीब 50 हजार रुपये कंपनी में लगाए थे। वहीं, मयंक ने बताया कि उनके साथ 1.20 लाख की ठगी की गई है। चंचल ने बताया कि उन्होंने करीब 3 लाख रुपये कंपनी में लगाए थे।
कैसे किया कंपनी ने सपंर्क
पीड़ितों ने बताया कि सभी को नौकरी की जरूरत थी। इस वजह से उनका सीवी ऑनलाइन जॉब दिलाने वाली साइट पर अपलोड किया गया था। वहीं से कंपनी ने उनका डेटा लेकर संपर्क किया। इसके बाद लोगों को जल्द अमीर बनाने का लालच दिखाकर अपने जाल में फंसाया।
रुपये मांगने पर की गई मारपीट
पीड़ितों का आरोप है कि उन्होंने जितने लोगों को कंपनी के साथ जोड़ा था, उनका कमीशन उन्हें नहीं दिया गया। एक साल बाद जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो कंपनी मालिक ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की। इसके बाद उन्होंने कौशांबी पुलिस से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने एसएसपी गाजियाबाद से शिकायत की। जिसके बाद सोमवार को कौशांबी पुलिस कंपनी पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
क्या है एमएलएम
मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) को भारत में 2005 में बैन कर दिया गया था। यह एक तरह का चेन बनाने का बिजनेस है। इसके तहत कंपनी से जुड़ने वाले मेंबर को और मेंबर बनाने पड़ते हैं। वह जितने लोगों को कंपनी से जोड़ता जाता है, उस हिसाब से उसका कमीशन बढ़ता जाता है। इस तरह बिजनेस की यह चेन बढ़ती जाती है।