नई दिल्ली: दुनियाभर की बड़ी कंपनियों और जानेमाने लोगों की संपत्ति पर रिसर्च करने वाली संस्था वेल्थ एक्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि साल 2018 तक भारत में मिलियनेयर (10 लाख डॉलर या तकरीबन 6 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति वाले) की तादाद 4 लाख 37 हजार हो जाएगी। 2023 तक आते-आते ऐसे लोगों की संख्या दोगुनी होगी। स्टडी में यह भी कहा गया कि यह समय भारत में धन अर्जित करने वालों के लिए दशक कहलाएगा। रिपोर्ट में इसका श्रेय नई और सुधारवादी सरकार को दिया गया है। हालांकि लंबे समय से जाति व्यवस्था के कारण भारत में आय और संपत्ति में भारी अंतर देखा जा रहा है।
कारोबार के मालिकों का स्तर उठा है
2014 में दस लाख डॉलर से अधिक की संपत्ति वालों की संख्या 27 प्रतिशत बढ़कर 2 लाख 50 हजार हो गई। 2013 में यह संख्या एक लाख 96 हजार थी। वेल्थ एक्स की रिपोर्ट 'संपत्ति के दशक : संपत्ति और विलासिता के अगले 10 साल' में कहा गया है कि आने वाले दिनों में भारत में नए धनियों का बनना तेजी से जारी रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां उद्यमशीलता और कारोबार के मालिकों का स्तर काफी ऊंचा है। भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे बाजारों में आने वाले दशक में करोड़पतियों की तादाद में बढ़ोतरी होगी। रिपोर्ट में कहा गया है, हो सकता है हम 'भारत के दशक' में प्रवेश कर रहे हों। इसके अलावा इस देश में युवाओं की संख्या अधिक है।