नई दिल्ली: राजेंद्र नगर एनकाउंटर में एसआईटी ने तहकीकात शुरू कर दी है। एसआईटी एनकाउंटर में शामिल स्पेशल सेल के पुलिस वालों के बयान दर्ज कर रही है। बुधवार को पंजाब और दिल्ली से दर्जन भर शिकायतकर्ता चीटिंग की कंप्लेंट लेकर पुलिस मुख्यालय पहुंचे।
स्पेशल सेल ने मनोज के खिलाफ सात एफआईआर भी जमा कर ली हैं। उत्तम नगर के भगवती गार्डन निवासी सुरेंद्र कुमार के मुताबिक, मनोज ने मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी बनाकर सैकड़ों लोगों ने सात-आठ करोड़ रुपये की चीटिंग की। इस केस में आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। बाराखंभा रोड थाने में दर्ज दो एफआईआर, पटेल नगर में सुरजीत सिंह निवासी जालंधर सिटी की एफआईआर, चंडीगढ़ के सेक्टर 17 के थाने में कर्नल तेजेंद्र सिंह की कंप्लेंट पर दर्ज एफआईआर का रिकॉर्ड जमा किया गया है।
मंगलवार को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में 6 घंटे तक पोस्टमॉर्टम दो विडियोग्राफरों की मौजूदगी में हुआ। इसमें पता चला कि मनोज वशिष्ठ की कनपटी में राइट साइड से गोली लग कर लेफ्ट साइड से बाहर निकली थी। मनोज की खोपड़ी का दो बार एक्स रे कराया गया। अब राजेंद्र नगर पुलिस एसआईटी के सामने मौके से उठाए गए एग्जिबिट जमा करेगी। एसआईटी में जॉइंट कमिश्नर एस.के. गौतम, डीसीपी सेंट्रल परमादित्य, एसीपी सुरेश कौशिक, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर मनोज कुमार और एसएचओ प्रसाद नगर रमेश लांबा शामिल हैं।
स्पेशल सेल के मुताबिक, मनोज की मौत के बावजूद इन केसों की जांच जारी रहेगी और उनके नाम प्रॉपर्टी मिली तो कोर्ट कुर्की से पीड़ितों को रकम वापस भी करा सकती है।
दूसरी ओर, स्पेशल सेल ने मनोज वशिष्ठ का आपराधिक रिकॉर्ड जमा करना शुरू कर दिया है। स्पेशल सेल के रिकॉर्ड के मुताबिक, जींद में करमजीत नामक इन्वेस्टर ने मनोज के खिलाफ 35 लाख रुपये के चेक बाउंस के तीन केस दायर कर रखे हैं। करमजीत ने तीस हजारी कोर्ट में भी केस दायर किया हुआ है, जिसमें मनोज का गैर जमानती वॉरंट जारी है। महाराष्ट्र के नांदेड के महेश धूत ने तीस हजारी कोर्ट में 16 लाख की ठगी के केस दायर किए हुए हैं। मनोज की कंपनी ने उन्हें 44 लाख रुपये के मैच्योरिटी सर्टिफिकेट दिए थे, लेकिन रकम नहीं दी। जयपुर के शंकर सुथर ने मनोज पर चेक बाउंस का केस दायर किया हुआ है।