कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष शारदा घोटाले में अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं की संलिप्तता की बात कहते रहे हैं। सोमवार को उन्होंने कहा कि इस घोटाले से सबसे ज्यादा लाभ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मिला है, इसलिए उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। घोष चिटफंड कंपनी शारदा के मीडिया प्रभाग से जुडे रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें झूठे मामले में फंसाया है। उन्होंने दोहराया कि इस घोटाले से सबसे ज्यादा लाभान्वित ममता हुई हैं, इसलिए उनकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।
एक अदालत से निकलते समय पत्रकारों से बातचीत के दौरान घोष ने सवाल उठाया,जब सीबीआई इस घोटाले की जांच कर ही रही है तब पुलिस झूठे मामलों में फंसाकर मुझे क्यों परेशान कर रही है। अगर उसमें हिम्मत है तो वह ममता बनर्जी को गिरफ्तार करे। सबसे ज्यादा लाभ मुख्यमंत्री ने लिया है। राज्यसभा सदस्य घोष ने जेल के अंदर 15 नवंबर को अधिक मात्रा में नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। पत्रकारों से बातचीत के दौरान पुलिस घोष को खींचकर जेल वैन में ले गई, ताकि वह मीडिया से ज्यादा बात न कर पाएं। शारदा घोटाला मामले में पिछले वर्ष नवंबर में गिरफ्तारी के बाद से कुणाल घोष सलाखों के पीछे हैं। इससे पहले ममता बनर्जी, शारदा कंपनी के प्रमुख और घोटाले के कथित सूत्रधार सुदीप्त सेन के साथ उनसे भी पूछताछ हुई थी।