माकड़ी. चिटफंड कम्पनियों ने लोक लुभावने वादे कर क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। धीरे-धीरे ठगों का शिकार ग्रामीण एकजुट होकर उनके खिलाफ लामबंध हो रहे है।
ग्रामीणों की चिटफंड कम्पनियों के खिलाफ जिले में पहली बैठक मंगलवार को माकड़ी ब्लाक में हुई। बैठक के बाद सामूहिक रूप से चिटफंड कम्पनियों के विरुद्ध एफआईआर नहीं होने पर चक्काजाम कर विरोध प्रर्दशन करने का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा।
माकड़ी में अभिकर्ता व उपभोक्ता संघ के बैनर तले चिटफंड कम्पनियों के ठगे सैकड़ों ग्रामीणों ने एक बैठक आयोजित की। बैठक में संघ के महासचिव ईश्वर पटेल, संरक्षक डोमनलाल साहू, संभाग प्रभारी रंजीत गोटा, ब्लाक अध्यक्ष सोनसाय (कोण्डागांव), सुरेन्द्र साहू (माकड़ी), पंकज वैध, मनीष चौरसिया ने मंच से उपस्थितों को संबोधित किया।
इन्होंने बताया कि एक फरवरी से अनिश्चितकालीन रायपुर में धरना दे चुके है। इस दौरान केवल आश्वासन ही मिले कोई ठोस कदम सरकार ने नहीं उठाया, जिसके चलते लगातार धरना और शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कदम ना लेने से अब संघ नेशनल हाईवे में चक्का जाम करने का मन बना लिया है।
सैकड़ों को 11 कम्पनियों ने ठगा
अलग-अलग क्षेत्रों में 191 चिटफंड कम्पनियों ने ग्रामीणों को अपना शिकार बनाया है। लेकिन माकड़ी में 11 कम्पनियों ने केवल माकड़ी क्षेत्र से 350 से अधिक लोगों को अपने वादों में फंसाया और रुपए लेकर रफूचक्कर हो गए। इन कम्पनियों में एसपी एंड जे, रोजवैली, साई प्रसाद, पल्स, माईक्रो फाइनेंस, सनप्लांट, एनआईसीएल, ईएसबीआई, बी एंड गोल्ड, एचबीएन और गरिमा रियल स्टेट के नाम सभी के जुबा पर है।