कोलकाता। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के निलंबित राज्यसभा सांसद कुणाल घोष को अब तक सीधे तौर पर दोषी बताने वाले सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन ने शुक्रवार को उन्हें निर्दोष बताया। सुदीप्त के इस कदम से सभी हैरान हैं।
बैंकसाल कोर्ट में पेशी के दौरान सुदीप्त ने कहा कि कुणाल के पास आर्थिक लेन-देन से संबंधित कोई भी अधिकार नहीं था, उसे छोड़ दिया जाए। सारधा प्रमुख ने अब तक दिए गए अपने बयान से उलट अदालत को बताया कि कुणाल को पीएफ या आर्थिक लेन-देन संबंधी कोई अधिकार नहीं दिया गया था। लिहाजा उन्हें रिहा कर दिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि कुणाल ने भी खुद को बेकसूर बताते हुए खुदकशी की कोशिश की थी। कुणाल व सुदीप्त दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए थे, लेकिन पहली बार सारधा प्रमुख ने कुणाल के पक्ष में बयान दिया।
चिटफंड घोटालों की जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार को सिलिकन ग्रुप के कोलकाता से लेकर नंदीग्राम तक 17 ठिकानों पर छापामारी की। इनमें संस्था के कर्णधार शिवनारायण दास व अन्य शीर्ष अधिकारियों के आवास भी शामिल रहे। सीबीआई के करीब 100 अधिकारियों की अलग-अलग टीम ने शुक्रवार सुबह छापामारी अभियान शुरू किया। छापामारी के बाद कार्यालयों को सील कर दिया गया।