कोलकाता। हजारों करोड़ के सारधा चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्र्रेस से निलंबित सांसद कुणाल घोष ने फिर विस्फोटक बयान दिया। बुधवार को नगर दायरा अदालत के 21 नंबर मेट्रो पोलिटन मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा की बेंच में सारधा टूर एंड ट्रेवल मामले की सुनवाई हुई। इस दिन न्यायाधीश ने सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन, देवयानी मुखर्जी व कुणाल घोष को 24 जून तक जेल हिरासत में भेज दिया है।
सुनवाई के बाद अदालत से बाहर निकलते ही कुणाल घोष ने कहा विधानसभा में जो लोग चिटफंड बिल पर आलोचना कर रहे हैं उसका उन्हें कोई अधिकार नहीं है। चिटफंड की दया से ही आज वे वहां तक पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री के 8 सांसद और 6 मंत्री प्रत्यक्ष रूप से सारधा घोटाले के साथ जुड़े हुए हैं लेकिन सीबीआई उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। सीबीआई के पास सभी के खिलाफ सबूत है लेकिन उन पर कई कार्रवाई नहीं की जा रही। इसके खिलाफ वे अंतिम तक अपनी लड़ाई लड़ेंगे व जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल को सीबीआई के अधिवक्ता ने अदालत में खड़ा होकर कहा था कि वे 31 मई तक सारधा टूर एंड ट्रेवल मामले की जांच प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। इस बयान के आज दो महीने चार दिन पूरे हो गए लेकिन जांच प्रक्रिया गति नहीं पकड़ रही है। सारधा रियल्टी मामले की जांच सही ढ़ंग से चल रही है लेकिन सारधा टूर एंड ट्रेवल मामले में सीबीआई की गति बहुत धीमी है। यही वजह है कि जो लोग सारधा से अधिक लाभान्वित हुए हैं वे बाहर घूम रहे हैं और मेरे जैसा व्यक्ति जेल में है।
अमिताभ, माधुरी से जवाब तलब तो मिथुन, शताब्दी से क्यों नहीं?
कुणाल घोष ने कहा कि जब मैगी विवाद में इसके ब्रांड अंबेस्डर अभिनेता अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से जवाब तलब किया जा सकता है फिर सारधा मामले में इसके ब्रांड अंबेस्डर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती व अभिनेत्री शताब्दी राय से जवाब तलब क्यों नहीं किया जा रहा है?
सारधा घोटाले के साथ सीपी का भी है संपर्क : कुणाल
कुणाल घोष ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ का भी सारधा घोटाले के साथ जुड़े होने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय संस्था सीरियस फ्राड इंवेस्टिगेशन आफिस (एसएफआइओ) की रिपोर्ट में सीपी के सारधा के साथ जुड़े होने का खुलासा किया गया है और यह रिपोर्ट सीबीआई के पास है।