बालोद - मार्च में सेबी (भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड) ने साई प्रसाद कारपोरेशन लिमिटेड व एवरलाइट रियलकान इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ लोगों को पैसा लौटाने का आदेश पारित किया है। आदेश के पालन में संबंधित दोनों चिटफंड कंपनियों ने अपनी पूरी संपत्ति का ब्यौरा प्रस्तुत कर दिया है।
अब जून में निवेशकों को पैसा लौटाने की कार्रवाई की जाएगी। अगर पैसा नहीं लौटाया जाता है तो संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी। सेबी ने सांई प्रसाद कारपोरेशन लिमिटेड को 615 करोड़ व एवरलाइट रियलकान इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 8.5 करोड़ रुपए लौटाने का आदेश दिया है। मार्च में आदेश पारित होने के बाद 15 दिन के भीतर यानि अप्रैल में दोनों ही कंपनियों को अपनी पूरी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए कहा गया था। हालांकि पुलिस के पास रिपोर्ट नहीं पहुंची है कि किस कंपनी की कितनी संपत्ति है। स्थानीय अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। इधर सेबी की कार्रवाई के बाद लोगों को उम्मीद है कि उनके डूबे पैसे मिल जाएंगे।
एजेंटों की दौड़ बालोद में
प्रदेश में अधिकांश ऐसे मामले में बालोद पुलिस को सफलता मिली है। इस वजह से सभी की नजर यहीं है। चिटफंड कंपनी के संचालक व अन्य सदस्यों के पकड़े जाने के बाद राज्य भर के एजेंटों की दौड़ बालोद की ओर लगी हुई है। एजेंटों के अनुसार सांई प्रसाद कारपोरेशन लिमिटेड कंपनी में प्रदेश के 2 हजार करोड़ रुपए फंसे हुए है।
जिले में स्थानीय लोगों को एजेंट बनाकर करवाया गया निवेश
बालोद। चिटफंड कंपनी के एक संचालक बाबा साहेब को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
संचालक को ले गई पुलिस: श्रीराम रियल स्टेट कंपनी के संचालक सुभाष देशमुख को मंगलवार को कोरबा पुलिस पूछताछ के सिलसिले में बालोद जेल से ले गई। कोरबा एसपी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर संचालक से पूछताछ की जा रही है। प्रार्थी दिलीप कुमार ने कोरबा जिले के दर्री थाना में 23 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया है।
जेल में कंपनी का संचालक: वर्तमान में साईं प्रसाद कार्पोरेशन लिमिटेड कंपनी के संचालक बाबा साहेब भापकर, वंदना भापकर एवं शशांक भापकर जेल में है। अन्य चिटफंड कंपनी के संचालक, मैनेजर व कर्मचारी जेल में है। बालोद पुलिस चिटफंड कंपनियों की जानकारी सेबी को दे रही है ताकि निवेशकों को पैसा मिल सकें।
9 मामले, 21 की हुई गिरफ्तारी
बालोद जिले में चिटफंड कंपनियों के कुल 9 मामले दर्ज है। जिसमें दल्लीराजहरा थाना में दर्ज 6 मामले में 15 आरोपी व बालोद थाना में दर्ज 3 मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस की सक्रियता से दो साल के अंदर जिले के दो थाने में दर्ज सभी मामले में आरोपी गिरफ्तार हो चुके है।
600 करोड़ का कारोबार
चिटफंड कंपनी सांई प्रसाद प्रापर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी, एपीजी लैण्ड डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड, जेएसबी रियल इन्फ्रा. इंडिया लिमिटेड, यालको सेविंग एंड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, उन्नति ब्ब्रिडिंग एंड रिडिंग फार्मस इंडिया लिमिटेड आदि पर करीब 600 करोड़ रुपए का ठगी का आरोप है।
तीन महीने का दिया समय
तीन माह के भीतर यदि कंपनी पैसा नहीं लौटाती है तो सेबी स्वयं सम्पत्ति कुर्क कर जनता का पैसा लौटाएगी। पुलिस रिकार्ड के अनुसार सांई प्रसाद कंपनी के जिले में 500 से अधिक व एवरलाइट रियलकान के 100 एजेंट बताए जा रहे है। जिन्होंने लोगों से पैसा दोगुना-तिगुना करने के नाम पर वसूली की है।
जून तक लौटाएं पैसा
दोनों ही कंपनियों को जून तक जनता को बैंक ड्राफ्ट व एकाउंट पेयी चेक के माध्यम से पैसा लौटाने का आदेश जारी किया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार कंपनी को जनता का पैसा लौटाने संबंधी उपरोक्त प्रकिया को 2 नेशनल न्यूज पेपर, 1 हिन्दी व अंग्रेजी तथा लोकल न्यूज पेपर में जानकारी देने कहा है।
15 आरोपियों की गिरफ्तारी
दल्लीराजहरा थाना में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कुल 6 मामले दर्ज है। जिसमें 15 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हंै। बीआर नाग, टीआई, दल्लीराजहरा
संचालक को ले गई पुलिस
चिटफंड कंपनियों में पैसा निवेश करने वाले लोगों को पैसा वापस मिले। इसके लिए एसपी के निर्देशानुसार पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई हो चुकी है। सेबी व अन्य संबंधितों को सूचना दी जा चुकी है। कोर्ट व अन्य माध्यमों से निवेशकोंं को पैसे मिलेंगे। गायत्री सिंह, एएसपी, बालोद
पैसा मिले यही कोशिश
बालोद थाना में कुल तीन चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज है। जिसमें 6 आरोपी गिरफ्तार है। निवेशकों को पैसा जल्द मिले। इसके लिए उच्च अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं। प्रेमचंद साहू, टीआई, बालोद