पिछले कुछ वर्षों में, भारत में एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान) क्षेत्र काफी तेज़ी से बढ़ा है। कुछ साल पहले इस क्षेत्र में कुछ ही कंपनियां मौजूद थीं, लेकिन प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करने और उन्हें नौकरी में बनाए रखने की मांग के साथ नईं कंपनियां उभरी हैं।
होम क्रेडिट इंडिया भी एनबीएफसी क्षेत्र की ण्क अग्रणी कंपनी के तौर पर उभर कर सामने आई है। होम क्रेडिट भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ रही एनबीएफसी में से एक है, जिसने पिछले वर्ष में ही 40 से अधिक शहरों में अपने पांव पसारे हैं।
पिछले साल भी एनबीएफसी क्षेत्र में नईं नियुक्तियों को लेकर कुछ नए रुख देखने को मिले हैं। इस संबंध में होम क्रेडिट इंडिया के मुख्य एचआर अधिकारी जिंद्रा हशोवा बता रहें हैं कि एनबीएफसी क्षेत्र में नौकरी के कैसे अवसर हैं...
आगे और विस्तार
अगले पांच साल में, एनबीएफसी क्षेत्र का और विस्तार होगा और विभिन्न डिवीज़नों में रोज़गार के ढेरों अवसर पैदा होंगे। नईं कंपनियों के आने और नए कारोबारी माॅडलों के बीच क्राॅस सेलिंग के अवसर बढ़ने से इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी पर रखने की जरूरत पड़ेगी।
नियोक्ता ब्रांड
नियुक्ति करना एचआर क्षेत्र के लोगों का एकमात्र एजेंडा नहीं रह गया है, बल्कि आज कारोबार को सीईओ सहित कारोबारी नेताओं द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है। कंपनियां यह बात महसूस कर रही हैं कि जितना जरूरी ग्राहकों को आकर्षित करना है, उतना ही जरूरी प्रतिभाशाली कर्मचारियों को आकर्षित करना है।
पारंपरिक और सोशल मीडिया से परे जाकर काम करने वाले मार्केटिंग स्टाइल के अभियानों के तहत एक विश्वसनीय नियोक्ता ब्रांड बनाने पर काफी पैसा खर्च किया जा रहा है। एक संभावित कर्मचारी को शानदार अनुभव उपलब्ध कराने से संगठन को एक मुंह से दूसरे मुंह तारीफ पाने में मदद मिलती है, क्योंकि यह एक संगठन के लिए जबरदस्त मार्केटिंग टूल है। वहीं इसके उलट, एक गलत आदमी की नियुक्ति से संगठन में एक सही आवेदक आने से वंचित हो सकता है।
अनूठे चैनल
यद्यपि प्रतिभाओं को लाने में एक प्राथमिक पाइपलाइन के तौर पर इसका उपयोग अभी नहीं किया जाता है, कार्यबल तक पहुंचने के लिए पारंपरिक तरीकों के अलावा सोशल मीडिया एवं वीडियो मार्केटिंग जैसे चैनल काम में लिए जा सकते हैं। इस संबंध में होम क्रेडिट अपना अनुभव साझा करते हुए कहती है, 'हमने देशभर में बड़ी संख्या में पदों पर नियुक्तियों के लिए हाल ही में फेसबुक पर एक अनूठा भर्ती अभियान चलाया है। हमने पाया कि प्रतिभाशाली लोगों की तलाश करने में यहां तक कि सुदूर क्षेत्रों में जहां पारंपरिक पद्धतियां खर्चीली व थकाऊ हो सकती हैं, सोशल नेटवर्क प्रभावी माध्यम हो सकते हैं।'
प्रौद्योगिकी
इस क्षेत्र में कंपनियां जैसे जैसे बढ़ रही हैं, एक लागत प्रभावी तरीके से भौगोलिक अंतर को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में खुद को ढालने वाले प्रबंधकों की नियुक्ति करना आवश्यक हो गया है। हर शहर और कस्बे में एक मैनेजर नियुक्त करने के लिए व्यक्ति रखना हमेशा प्रभावी नहीं होता, इसलिए वर्चुअल नियुक्ति प्रक्रियाओं के लिए वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग, आॅनलाइन आकलन व अन्य प्रौद्योगिकियों का उपयोग अपरिहार्य है। इससे नियुक्ति की गुणवत्ता बरकरार रखना सुनिश्चित हो पाता है और साथ ही प्रक्रिया की दक्षता भी बढ़ती है।
होम क्रेडिट इंडिया की पॉलिसी
महिलाएं आज के कार्यबल विशेषकर वित्तीय क्षेत्र में कार्यबल का एक आंतरिक हिस्सा हैं। हालांकि देखने में आता है कि प्रबंधन के मध्य स्तर तक पहुंचते पहुंचते ज्यादातर महिलाएं परिवार की देखभाल के लिए काम छोड़ देती हैं। नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी होम क्रेडिट का कहना है कि बच्चे होने के बाद महिलाएं नौकरी में दोबारा लौटना चाहती हैं और ऐसी प्रतिभाशाली महिलाओं की एक बड़ी संख्या है। कंपनी का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया समावेशी रखने और कार्यबल में महिलाओं के प्रति नरमी का रुख रखने के लिए हम सतत रूप से प्रयासरत हैं।
पूर्व कर्मचारी
एक अन्य प्रतिभा की खेप से कर्मचारियों के लौटने का रुख देखा जा रहा है। एक जाने पहचाने वातावरण में वापस लौटने के इच्छुक कर्मचारी को दोबारा रखना और कंपनी की संस्कृति व ढांचे से पहले से वाकिफ व्यक्ति की भर्ती करना नियोक्ता के लिए लाभप्रद है। इससे भर्ती प्रक्रिया की दक्षता बढ़ाने और प्रशिक्षण अवधि व खर्च घटाने में भी मदद मिलती है।