जांजगीर-चांपा - विनायक होम्स चिटफंड कंपनी के ठगी के शिकार सैकड़ों अभिकर्ता व निवेशकों ने सोमवार को एकबार फिर जिला मुख्यालय में इकट्ठा होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए जिम्मेदारों पर एफआईआर की मांग की। कलेक्टर को दिए ज्ञापन में अभिकर्ता व निवेशकों ने कहा है कि चिटफंड कंपनी के जिम्मेदारों पर यदि जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो ठगी के शिकार हुए सभी अभिकर्ता व निवेशक उग्र आंदोलन करने बाध्य होंगे।
विनायक होम्स एवं रियल इस्टेट कंपनी की शाखा चांपा के कोरबा रोड में संचालित थी। कंपनी के एजेंटों ने अल्प अवधि में रकम दोगुना करने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों को अपने जाल में फंसाया है। समयावधि पूर्ण होने के बाद जब प्रबंधन ने रकम लौटाने आनाकानी की तो कुछ लोग प्रबंधन के खिलाफ खड़े हो गए। मामला गरमाते देख कंपनी के जिम्मेदार स्थानीय दफ्तर में ताला लगाकर चंपत हो गए। इधर, चांपा थाने में विनायक होम्स एवं रियल इस्टेट कंपनी के एमडी सहित कई लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज हो चुका है। मामले में कंपनी के एमडी जितेन्द्र बिसे को इंदौर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि अन्य जिम्मेदार अब भी फरार हैं, जिनके विरूद्ध एफआईआर व तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को इस कंपनी के ठगी के शिकार समस्त अभिकर्ता व निवेशक एकबार फिर जिला मुख्यालय जांजगीर पहुंचे।
अभिकर्ता व निवेशकों ने कलेक्टर को मामले के संबंध में ज्ञापन सौंपकर कंपनी के उपाध्यक्ष मुकेश परिहार, कुलदीप परिहार, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रताप बरी, संचालक योगेन्द्र बिसे, गोस्वामी के अलावा यूनिट सीनियर्स संतोष कुमार वर्मा, यशवंत कुमार चंद्राकर, कमल नारायण साहू, भगवती वर्मा, लीलाधर तिवारी, रामसुख कश्यप, जागेश्वर प्रसाद साहू, मदनलाल चंद्रा, अश्वनी कुमार साहू, गोपाल प्रसाद जलतारे, अभिषेक सिंह, दिलीप कुमार साहू, रामकिशन यादव और संतोष कुमार यादव के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कराकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
See Also: चिटफंड कंपनी लाखों रुपये लेकर फरार